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(सुत्तंकसहिओ)
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नियमा [नियमा]नियमी, नजी
सूर. २०८; . जंबू. २६१:२६४; नियय [निजक] पोतार्नु आया. ८४
सूय. ३१.२१७; ठा.९६१
नाया. ३७.१७६; पण्हा.३३:
सूर. १७३; नियय [नियत]uश्वत, नित्यनार, नियमाद्ध,
भग. ११२,१४२,४८७,५१० राय. ३४ जीवा. ९२,१६३,१७२; जंबू. ४,१९,१२६,१२८,१३०,१३५,
१४०,१६२,२२७; चउ. २१: भत्त. ११३: गणि. ९;
उत्त. ४६० नंदी. १५७; नियया नियतो सवस्५३५॥
जीवा. १९१: जंबू. १६०; नियर [निकर] समूह, ४थ्यो
नाया. १८,३७,११३,१८५,२१२:
जंबू. ३४ नियल निगडी , बांधन
सूय. ६६७: पण्हा. १६: विवा. २९: निर. ७, ८:
दसा. ३५ नियलबंधण [निगडबन्धन] डीनुबंधन
सूय. ६६७; दस. ३५: नियलवद्धग [निगडबद्धका बेडी वडे घायल
उव. ४४: नियल्ल [नियल्ल] मे महाय
ठा. ९४: निया [नि + या] प्राए हिंसावी
आया. ९१: नियाग नियाग] मोक्ष
आया. ४२१: सूय. ६३२.६४७: दस. १८.२७३: उत्त. ७५९: नियागट्टि [नियागार्थिन] मोक्ष ४२५
सूय. ४७: उत्त. ७.२०: नियागोय [नीचगोत्र में प्रकृति सेना ये
જીવને નીચ કુળ પ્રાપ્ત થાય
सम. १०० नियाण [निदान] नियाjs२jते, त५वगैरे शुल्म કરણીના અમુક ચોક્કસ ફળની આશા રાખવી ठा. १९०,३४५: सम. ३८२; भग. ६१५; नाया. १४७,१६६,१७२: आउ. ११:
भत्त.१३८ः उत्त. ४०७,४१४,४३४,४९५,६१२,
१११८,१७२०,१७२२: नियाणओ [निदानतम्] १२एथी
आया. १८६: नियाणकड [निदानकृत] नियाjsरेख __ सम. ३४४; नियाणपरिवजण [निदानपरिवर्जन] नियान
વર્જન કરવું તે पिंड. ४९७; नियाणभूमि [निदानभूमिच्योनियurjsरायुं शेय
તે સ્થળ
सम. ३८२; नियाणमयग [निदानमृतक] निया पांधीने
મરનાર
उव. ४४: नियाणमरण [निदानमरण] नियाj रीने भरवू
તે, બાળમરણનો એક ભેદ
ठा. ११०: नियाणसल्ल [निदानशल्य नियाj ४२ते. १९॥ શલ્યમાંનું એક શલ્ય टा. १९५: सम. ३: महाप. २९: भत्त. ५६.१३५.१४०:
ओह. ११६०: नियामरसमोइ [निकासरसभोजिन्] अमाथी
અતિરિક્ત આહાર લેનાર
सूय. ६७० नियामित्ता [नियम्य] नियममा राजीने
सूय. २२४: नियाय [नियाय] प्रशस्त धर्म, भोक्ष
आया. १६६:
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