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आगमसद्दकोसो
छीअक्षुत] छ।
ओह. ६४३; छीइत्ता [क्षुत्वा] छ पाने
जीवा. १८५; छीय [क्ष छी:
आया. ८४; छीय क्षुत छीते
आव. १७,३९, नंदी. १३०; छीयमाण [क्षुवत्] छीतो
आया. ४४३,४९७; छीरबिरालिया [क्षिरबिडालिका] भूमि शेड
जीवा. ५३; छीरविरलिया [क्षिरविडालिका] भूमि ३४
जीवा. २९; छीरल [क्षीरल] मु४ परिस-विशेष
पण्हा . ७ छीरविरालि [क्षीरबिडाली] भूमि ३८
भग. ८३०; छीरविरालिया [क्षीरविडालिका] भूमि भग. ३४७;
पन्न. १६२, छीरविराली [क्षीरविदारी] मे वनस्पति
पन्न. ६२,८४; छुछुकार [छुछुकृ] - २
आया, ३०७; छुज्जमाण [कुट्यमान] सुटते संथा. ६०; छुद्दिया क्षुद्रिका] साम२९५-विशेष पण्हा. ४५; छुब्भ [क्षिप्] :j
सूय. ३३८; नाया. ९१; छुब्भित्ता [क्षिप्त्वा] हीन । नाया. ९१; छुभ [क्षिप्] ३७g पण्हा . ८;
राय, ७८,७९; छुभित्ता [क्षिप्त्वा] 0 उत्त. ५६२;
छुरघरगसंठिय [क्षुरगृहकसंस्थित] पहना અન્નાની થેલી આકારે રહેલ सूर. ५१;
चंद. ५५; छुरघरय [क्षुरगृहक] isनी अस्त्री रामपानी થેલી जंबू. ३१६; छुरिया क्षुरिका] ७री, यप्Y
उत्त. ६७६; छुह [क्षेपय] :j विवा. २९; छुह [क्षुघ्] भूष
तंदु. ४५; छुहा [क्षुधा] भूप भग. २५; नाया. ३७,५१,५२,१४५,२११; उव, ७३;
पन्न. २५३; आउ, ११;
उत्त. ६३२,६४५, छुहा [सुधा] अमृत, यूनो भग. ४२४;
ओह. ३२४; छुहाकम्मंत क्षुधाकर्मान्त] क्षुधा परिभ, બ્રાહ્મણનું રસોઈ-સ્થાન
दसा. ९५; | छुहावेत्ता [क्षेपयित्वा] न
विवा, २९; छुहावेयणिज्ज [क्षुधवेदनीय] क्षुधा वहनीय भજેના ઉદયે ભૂખ લાગે ठा. ३८३; छुहिय क्षुधित] भूम्यु,
नाया, १५४; जीवा. १०५; छूट [क्षिप्त] ३३८ सूय. ३३८;
पहा. १६: भत्त. ९५,१२२; दस. ५११; उत्त. १००३; छेइत्ता [छित्वा] छेत्रहीन नाया. १५२; पुष्फि . ८, वण्हि . ३;
नंदी, १५४;
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