________________
[सुत्तंकसहिओ]
૧૯૯
३२४,४२२,४२३,४३२,५००,५०४,५५२ || गुणड्ड [गुणाढ्य] गुी, गुरावान् थी ५५५,५९१;
जंवू. ७० जंबू. ३४,४३,५५,६९,८६,८८,१२१,१२२, गुणतर [गुणतर] अति प्रशंसा २४०,२४४;
राय. ६० चउ. ४,२०; __ तंदु. ६३;
गुणत्तण [गुणत्व] शु९१५४४ संथा, १३, देविं, ६;
उत्त, ११५१; वीर. १४;
गुणधारणाव [गुणधारणारूप] ५य्यानो दसा ३७ थी ४७,८९,९९,१०१,
ભેદ-વિશેષ दस. ७५,२१६,२३१,२९२,३४२,३४९,
चउ. ७; ४११,४१७,४३१,४६६,४६९,४७४,४९६,
गुणधारणा [गुणधारणा] स धा२९॥ १२ ५२८,५३४; . उत्त. १२६,१२८,२३७,३६०,४१८,४१९,
चउ. १;
अनुओ. ६७,३२०; ४२३,४५१,४५८,६०९,६१८,६३८,६४९,
| गुणनिप्फन [गुणनिष्पन्न] गुरा प्रभारी उत्पन्न ६५०,७६३,७६४,७७२,९९६,१०८०,
થયેલું १०८१,११०५,१११३,११५१,११५७;
ठा. ८७२,
भग. ५२१,६३८; नंदी, ४,१६,२८,३९९,१४५,१५९;
नाया. २५,१६१,१६८; विवा. १५; अनुओ. २२,१४८,१५१,१९३,२४९,२६०, उद. ५०;
निर. १३; ३०१,३०३,३०९,३४९;
गुणनिबद्ध [गुणनिबद्ध) गुथी पद्ध गुणओ [गुणतस्] गुराने माश्रिने
भत्त. ११९ टा. ४५९;
भग. १४२; गुणनीसंद [गुणनिसन्द] शु स्तुति दसः ५३४, उत्त, १२५१,
चउ. २८; गुणकर [गुणकर] गु १२नार
गुणपचइय [गुणप्रत्ययिक] गुए। प्रत्ययथी वीर, २६;
ઉત્પન્ન गुणकलिय [गुणकलित] गु समुह
नंदी. ७८,८३; गच्छा. ८७;
| गुणपरिवाडि [गुणपरिपाटि] पुरानो म गुणकार [गुणकार] गु२
संथा. १; सम. १६३;
गुणप्पहाण [गुणप्रधान] संयम सुथा गुणगणसक्क [गुणगणश्वक] गुए। समुह समर्थ ||
પ્રધાન वीर. ३६;
नाया. ४;
उवा. २; गुणकेसराल [गुणकेसर) से विविमान
गुणप्पेहि [गुणप्रेक्षिन] गुहशा देविं. १४२; नंदी. ७;
दस. २१९; गुणगाहि [गुणग्राहिन्] गु! ASL 5२नार
गुणभरिय [गुणभरित] गु३५. २त्न 3 मरेतुं उत्त, १७२५;
महाप. ७९; गुणजातीय [गुणजातीय] गु!-ति संधि
गुणभाव [गुणभाव] गुस-भावना सूय. ७०१; दसा. १५;
उव. ६७; गुणट्टि [गुणार्थिन्] गुएरानो मा
गुणमंत [गुणवत्] शुशवान् आया. ३५,६३
आया. ३८३,४०५,४१६;
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org