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(सुत्तंकसहिओ)
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महाप. १३, १६, ४४, ४९, ९०, १०३, યારમાસનો દીક્ષા પર્યાય निसी. २७; दस. ५३४:
उव. १४; उत्त. ४०९; अनुओ. १३५: | एक्कारसवासपरियाय [एकादशवर्षपर्याय] मनियार एक्कंगसरीर [एकाङ्गशरीर] अ शरी२
વર્ષનો દીક્ષા પર્યાય महानि. ८४२. .
वव. २७५: एक्कग [एकक मेलविरी साधु
एक्कारसि एकादशी] मनियारस भग. ७८६, ८०५; जंबू. ३०८; गणि. ६८; एक्वजम्मिया [एकजन्मिका] तte °४न्भेद
एक्कारसी [एकादशी] मनियारस महानि. ४०८;
जंबू. २९९; व. २४९: एक्कड [इक्कट] वनस्पति
एक्कासन [एगासन] सशु, त५ पन्न. ६५;
महानि. १३८२; एक्कतर [एकतर अनेमाथी
एक्कासनय [एगासनक] ठुमओ ७५२' अंत. १६;
जीय ५६; एक्कमेक्क (एकैक] - , प्रत्येक
एक्कासनिय [एगासनिक] मे भासने पेसनार, पण्हा. २०; जंबू. २१२,
એકાસણુ-તપ કરેલ एक्कय [एकका विहारी साधु
पण्हा. ३४: ठा. ३१६; दस. १७१: एकिक्क [एक्कैक]-सेप्रत्येक उत्त. १४४९;
गणि. ९;
अनुओ. ७१: एकरस [एकरसमेऽ२स
एक्किक्किय [एक्कैक] हुआओ. ७५२' नाया. १५७;
राय. २४; सूर. १६७; एक्कविह [एकविधा से अरे
एकेक एकैक] हुमो ७५२' सम. २१९; भग. ४२०:
ठा. १०५: नाया. ५७: विवा. ११:
भग. ३०१,३८३, ४०९.४५३,४५५,४८२. एकसरग [एकसरक] मे ४ तिवाणु, देहि
५३८,५८०, ७२२,७८६,८४२; પેટાવિભાગરહિત
अंत. ५४; सूर. ३९. १६३थी १६८: विवा. ४६;
जंबू. ३४५, ३४६: महाप. ४०: एक्कसिद्ध [एकसिद्धी सिद्ध
भत्त. १४६; अनुओ. ६८: छा. ८२:
एकेक्कय [एकैकको ७५२' एक्काइ [एकादिमे वगैरे
भग. ७८६; विवा. ७.९;
एक्कोत्तरिय [एकोत्तरीक मे से वधतुं एक्कारसंगवि [एकादशाङ्गवित्] अगियार अंगने | ___ अंत. ५९ જાણનાર
एक्कोदक [एकोदक ठुमो ‘एकोदक' नाया. ३८३, ७२८, ७६१;
जीवा. २२३ एक्कारसंगि [एकादशाङ्गिन] मनियार अंगधार || एक्कोदग [एकोदकाओ ‘एकोदक' सम. ५३:
जीवा. २२३: एक्कारसमासपरियाय [एकादशमासपर्याय] - || एगइय [एकक] ओ ओ
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