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आगमसद्दकोसो
दस. ३८९: उत्त. १२५७: || उवसामणोवक्कम [उपशमनोपक्रम] भने ७५नंदी. ६१
अनुओ. १६१; શમાવવાનો આરંભ उवसम [उप + शम्] शांत थj, भ प्रतिने | टा. ३१५: ઉપશમાવવી
उवसामय [उपशामक) हुमो ‘उवसामग' सम. ११० राय. ५:
भग. ९४०; पन. ५४४: भत्त. ८३; बुह. ३४;
| उवसामित्तए [उपशामयितुम्] 6५शमावाने माटे उवसमन [उपशमन] ७५शमनवृत्ति
नाया. १४७; विवा. ९: ठा.३१५
उवसामित्ता [उपशाम्य] ७५शमावीने उवसमनिप्फण्ण [उपशमनिष्पन्न] ४ प्रत्तिनो |
राय. १०; ઉપશમ કરવામાં આવ્યો છે તે
| उवसुद्ध [उपशुद्ध] निहोष अनुओ. १६१.१६३;
सूय. ३८०; उवसमय [उपशमक] ७५शम भाव मुनि, उवसोभमाण [उपशोभमान] शोभायमान ઉપશમ શ્રેણિએ ચડેલ
पुष्फि.५; सम. ३१;
| उवसोभित [उपशोभित शमतुं उवसमावेयव्य [उपशमयितव्य] ७५मावते भग. ४६५,५१८; नाया. २२; दसा. ५३:
जीवा. १६३,१६७,१७१; उवसमित्ता [उपशम्य] 3५२मावीने उवसोभिय [उपशोभित] शोमतुं राय. १०ः
उव. ३१; उवसमिय [औपशमिक] भ प्रतिनो ७५शम, | राय. १५,१६,२७,३०,३१.३६: પશમિક ભાવ
जीवा. १६८,१७३,१७४; अनुओ. ९९,१४५,१६१,१६३;
जंबू. ६०,१२,१३,२०,३२,४०,४७,४८, उवसमिय [उपशमित] 6५शम - प्रात
५३,१२१,१२२,१२८,१३४,१३७,२२८,३४४; ठा. ५८८; भग. ९५३:
उवसोभेमाण [उपशोभमान] शोभायमान उवसमियव्व [उपशमितव्य] ७५शमावते भग. २५.११२,११४.३४५,६४०,६५५ बुह. ३४
नाया. ४०,१४२,१४५,१५७; उवसाम [उप + शमय] शांत
अनुत्त. १०,११,१३: टा. २६९; भग. ४३;
राय. १५,२८,२९,३४,३६,७८;
जीवा. १६३,१६७.१६८,१७५.१८५; उवसामग [उपशामक] भोडनीय प्रति 64
जंब. ३२.२२८.३६४ શમાવી - ૧૧ -મે ગુણઠાણે રહેલ
| उवसोहिय [उपशोभित] शोभावाj भग. ९३५.९५३;
नाया. २२,२३; जीवा. १६४; उवसामण [उपशमन] हुमा उवसमन'
जंबू. १४३.२४४: उत्त. ३२७,५९३: टा. ३१५:
उवसोहिय [उपशोधित निभा रे उवसामणता [उपशमनता] ७५शमवृत्ति
नाया. ११२,१२५: ठा. ७८६:
| उपसोहेमाण [उपशोभमान] शोमतो उवसामणया [उपशमनता] ओ '७५२'
अंत. ५०.५९: भग. १७०
।। उवस्सय [उपाश्रय] साधु - साध्वी या २३छ ते
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