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(सुत्तंकसहिओ)
૩૬૯
-rama
२१३,२२०;
सूर. ४१:
चंद. ४५: सूय. २३०,४०४.४२३,६४१ थी ६४५, || आरुभेत्ता [आरुह्य मारोडीन ६४८,६५९,६६४,६६५,६७०,६७१,६८८, | ७५०,७५४.७७४.८०६:
आरुसिय [आरुष्या ओघ रोषरीने ठा. १४३.१९१.५२८:
__ आया. २६७: सम. ११०:
आरुसिय [आरुष्ट] दुद्ध, ओपित भग. ८४,८६,१६०.४६०,५०८,५२६, |
नाया. ४५,५०: ५२८,६५१,६७६,७८६,८०५;
आरुस्स [आरुष्य शेषशन उवा. ५,२०,२९,३२,३४,३७,४९,५७,५८; |
सूय. ३२९,३४१; पहा. १६: उव. ३७,३४;
आरुह [आ+रुह हुमो ‘आरुभ' राय. ४७,५४, जीवा. १५१;
आया. ३७१,५२४; पन्न. १६६,१७२,१९० निर. ७;
सूय. ६७,११६.६९६; बुह. ४७ः
नाया. १२४; दस. ४९५
जंबू. ४६; भत्त. ३३:
संथा. ३२ थी ४३,५५; उत्त. ८७,२१६,५८४: आरियझाण [आर्यध्यान] शुमध्यान
आरुहंत [आरुहत्] भारोड ४२वुते उत्त. १२६१;
संथा. १०६: आरियत्तण आर्यत्वासार्थ५j
आरुहण [आरोहण सवार थy, Aaj
नाया. ४६,१३९: उत्त. ३०७:
विवा. ३१; अरियदंसि [आर्यदर्शिन्]न्यायष्टि को
राय. ४४;
जीवा. १८०,१८१;
तंदु. १४३ आया. ८९;
आरुहिउ [आरोहित यढेलो, सवार थयेतो आरियधम्म [आर्यधर्मी सहायर धर्म
भत. १८; उत्त. ८६; आरियपण्ण [आर्यप्रज्ञा शास्त्रीय शनिवान्
आरुहिज्ज [आरोह्य] मारोएशने
देविं. १८३: आया. ८९: आरुग्ग [आरोग्य निरोगी५j
आरुहिता [आरुह्य आरोइएशने
भग. ६९६; नाया. ४०: भत्त. ९५: गणि, ६;
आरुहित्तु [आरोहित्वा] आरोपमाटे दस. ३८५;
आउ. ७: आरुग्गबोहिलाभ [आरोग्यबोधिलाभ निरोगी५j | તથા બોધિની પ્રાપ્તિ
आरुहिय [आरुह्य आरोशने
नाया. ६७ आव. ८.४५: आरुभ [आ+रुह] 3५२ , मेसर्बु
आरुहियव्व [आरोहितव्य] मारोए।४२वायोग्य
निसी. १३८४: वव. १८: भग. ६५१: उवा. ४४:
आरुहेऊण [आरोहयितुम मारोड २९ माटे, - वव. २४२: आरुभमाण [आरोहयत्] ७५२ यढतो
ચઢવા માટે ठा. ४७५: बुह. २०४:
महाप. ६७; आरुभित्ता [आरुह्य मारोहीने
आरुहेत्ता [आरुह्यामारोशन, यढीने
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