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૧૭૪
पन्न. ३१३,३१५ थी ३२० :
चउ. ५१;
महाप. १८;
पिंड. ७७;
आउ ११,३१;
आव. ३२;
उत्त. ५२,५८२, १०९५, ११३७, १२४८;
अन्नाणकिरिया [अज्ञानक्रिया] भए। पो કરાતી પ્રવૃત્તિથી લાગતી ક્રિયા.
ठा. २०००;
अन्नादोस [ अज्ञान दोष] भगपगे लागतो દોષ, રૌદ્ર ધ્યાનનું એક લક્ષણ
भग. ९६८;
अन्नाणपरिणाम [ अज्ञानपरिणाम] अज्ञानता
જન્યભાવ.
पन्न. ४०७;
अन्नाणमरण [ अज्ञान मरण] अज्ञानता पूर्वनुं मृत्यु, जाणभराएग
भग. २६१;
अन्नाणया [अज्ञानता] अभएपशु
भग. ९८;
सूय. ८०६; अन्नाणि (अज्ञानिन्] ज्ञान रहित, अभए
ठा. ५२६; सम. ९८; भग. ६४,३९१ थी ३९५, ४९८,७२२,७२४, ७६१,८४३,८४६, ८५७,८६०, ९७७, ९९८,९९९, १०४५, १०५८, १०६४, १०६७ :
जीवा. १४,३६,४०, ४६, ४९, ५०, १०४, १३१,३३२,३७१,३८५, ३८९;
पन्न. १६२, १६६,३१७,४८२, ५४५,५६६; महाप. १०१: भत्त. ८१ :
दसा. ८८;
दस. ५६:
अनुओ. १६१; अन्नाणिय [ अज्ञानिक ] अज्ञानी, अज्ञानताने ४
શ્રેય માનનાર
सूय. ४३,४४,३७८, ५३६;
सम. २१६:
जीवा. ३७१ : अनुओ. ४५,३०९;
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भग. ३९१ ;
नंदी. १३५:
अन्नाणियवाइ [अज्ञानिकवादिन्] अज्ञान ने ४
શ્રેય માનનાર વાદી
सूय. ६७२ :
नंदी. १४० :
आगमस
सम. २१६;
अन्नाणियवादि [अज्ञानिकवादिन् ] ठुमो '५२'
भग. ९९८ थी १००१;
अन्नाणियावादि [अज्ञानिकवादिन् ] '३५२'
ठा. ३६७;
अन्नाणी [अज्ञानि] खो 'अन्नाणि'
संथा. ११३:
अन्नातचरग [ अज्ञातचरक] पोतानी भति साहि જણાવ્યા વિના ગૌચરી ફરનાર
सूय. ६७०;
अन्नातचरय [अज्ञातचरक] दुखो '५२'
ठा. ४३०;
अन्नातता [अज्ञातता] अज्ञातय, यशडीर्तिनी અપેક્ષાએ તપ ન પ્રકાશવો તે
सम. १०४;
अन्नानुपुब्बी [अनानुपूर्वी] भो 'अनानुपुथ्वी'
पन्न. ५५२,५५५:
अन्नाय [अज्ञात ] भए। वगरनुं, अज्ञात सूय. ४०७;
भग. १९४, १९५, १९९, २००, ७४४; पण्हा. ३४, ३५,
अन्नायउंछ [अज्ञातोञ्छ] लुखो 'अन्नाउंछ’
वव. २४९;
दस. ४५९,५२९:
अन्नायउंछंपुल [ अज्ञातोञ्छपुल ] परियय साध्या વિના આહાર-ઉપકરણાદિ યાચના કરવા દ્વારા ઉન્નત
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दस. ५००:
अन्नायएसि [अज्ञातैषिन् ] भो 'अन्नाएसि' उत्त. ४९५; अन्नायचरय [अज्ञातचरक] खो 'अन्नातचरग'
उव. १९;
अन्निज्माण [अन्वीयमान] अनुसरवु नाया. १४१, १४६; विवा. ५,३१:
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