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१८
संख्या
ग्रन्थकार
३७
जिनभद्र क्षमाश्रमण ( भाष्यकार )
३८
जिन मण्डन सूरि
३६ जिनवल्लभ गणि
४० जिनसेन (हरि. पु.)
४१ जिनसेन ( महापुराण)
४२ दानशेखर
४३ देवगुप्त सूरि
४४ देवनन्दी ( पूज्यपाद )
४५ देवभद्र सूरि
४६ देवद्धिगणी
४७ देववाचक गणि
४८ देवसेन
४६ देवेन्द्रसूरि
५० द्रोणाचार्य
५१ धर्मदासगणि
५२ धर्म भूषण यति
५३ नेमिचन्द्र सिद्धान्तच. ( गोम्मटसार ) ५४ नेमिचन्द्र ( द्रव्यसं.)
५५ नेमिचन्द्र (गो. के टीकाकार) ५६ नेमिचन्द्र ( उत्तरा. टी.)
समय (विक्रम संवत् )
७वीं शती (६५० - ६६० के पूर्व ) १५वीं शती (१४६६)
१२वीं शती
हवीं शती (शक सं. ७०५) ६३
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जैन - लक्षणावली
संख्या
ग्रन्थकार
६० पद्मनन्दी ( पद्म पञ्च. ) १२वीं शती
६१ पद्मप्रभ मलधारी
६२ पद्मसिंह मुनि
परमानन्द सूरि
६४ पादलिप्तसूरि
६५ पुष्पदन्त
प्रथम शती
६६ पूज्यवाद ( उपा.)
१६वीं शती
६७
प्रभाचन्द्र (प्र.क. मा . ) ११वीं शती (ई. १८० से १०६५) ६८ प्रभाचन्द्र (र.क. आदि के १३वीं शती (आशाघर के टीकाकार) पूर्व)
प्रभाचन्द्र ( श्रुतभ. टीका )
ब्रह्मदेव
ब्रह्म हेमचन्द्र ( श्रुतस्कन्ध के कर्ता) भद्रबाहु (द्वितीय)
वीं शती (शकसं. ७०० से
७६०)
अज्ञात
१३-१४वीं शती (वि. सं. १३२७ में स्वर्गवास) ११-१२वीं शती
१३ के पूर्व
१४-१५वीं शती
११वीं शती
११-१२वीं शती
१६वीं शती
१२वीं शती (वि.सं. १२२६) में टीका समाप्त की ) ५७ नेमिचन्द्र ( प्रव. सारो.) १२वीं शती (श्रास्रदेव के शिष्य श्रौर जिनचन्द्र सूरि के प्रशिष्य )
अज्ञात
११वीं शती (१०७३) ५-६ शती
१३वीं शती (श्रीचन्द्र सूरि के शिष्य ) ५वीं शती ( इन्होंने वी. नि. ६८० के आसपास श्रुतका संकलन किया) छठी शताब्दी (५२३ के
पूर्व ) १०वीं शती (६६० में दर्शनसार रचा )
५८ पद्मनन्दी ( धर्म रसा.)
५६ पद्मनन्दी ( जम्बूद्वीप. ) सम्भवतः ११वीं शती
६६
७०
७१
७२
७३ भास्करनन्दी
७४ भूतबलि
७५ भोजकवि
७६ मलघारीय हेमचन्द्र
७७ मलयगिरि
७८ महासेन ( स्व. सं.)
७६ माणिक्यनन्दी
माधवचन्द्र विद्य
८१ मानविजय महोपा.
८२ मुनिचन्द्र (उ. प. टी.)
८०
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समय (विक्रम संवत् )
१३वीं शती (१२४२)
११वीं शती ( १०८६ )
१२-१३वीं शती
अज्ञात
अज्ञात
११-१२वीं शती
सम्भवतः १२-१३वीं शती
छठी शती (वराहमिहिर के सहोदर) १३-१४वीं शती
प्रथम शती
१८वीं शती ( १७८५ से १८०६)
१२वीं शती
१२-१३वीं शती (हेमचन्द्र सूरि के समकालीन) हवीं शती
११-१२वीं शती ( ६६३ से १०५३ ई.)
१३वीं शती
१०वीं शती
१२वीं शती (१९७४ में उप.प. व १९८१ में धर्मबिन्दुकी टीका रची )
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