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विनाशक । पुं. इक्ष्वाकु वंश के एक राजा का नाम । एक जैन मुनि जो भगवान् अजितनाथ के पूर्वजन्म के गुरु थे । ' दमणी स्त्री ['दमनी ] विद्या-विशेष । विद्धंसी स्त्री [विध्वंसिनी ] रिपु का नाश करनेवाली एक विद्या | 'संतास पुं [संत्रास] राक्षस वंश में उत्पन्न लंका का एक राजा । 'हंत वि [ हन्तु ] रिपु-विनाशक । पुं. जिनदेव । अरिअल्लि पुंस्त्री [दे] व्याघ्र, शेर । अरिंजय पुं [अरिजय] भगवान् ऋषभदेव का एक पुत्र । न नगर- विशेष । अरिपुं [अरिष्ट] वृक्ष - विशेष । पनरहवें तीर्थकर का एक गणधर । पुंन. एक देवविमान । न. माण्डव्य गोत्र की शाखा । रत्न की एक जाति । फल-विशेष, रीठा । अनिष्ट सूचक उत्पात | 'मि, नेमि पं. वर्तमान काल के बाईसवें जिनदेव |
अरिट्ठा स्त्री [अरिष्टा] कच्छ नामक विजय की राजधानी ।
अरित न [ अरित्र ] पतवार, कन्हर । अरिरिहो अ. पादपूरक अव्यय । अरिस देखो अरस । अरिसल्ल वि [अर्शस्वत् ] बवासीर अरिसिल्ल रोगवाला ।
अरिहवि [अर्ह ] योग्य । पुं. जिनदेव । अरिह सक [अर्ह ] योग्य होना । पूजा के योग्य होना । पूजा करना ।
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
अरिह देखो अरह = अर्हत | 'दत्त, दिण्ण पुं. जैन मुनि विशेष का नाम । अरिहणा देखो अरहणा । अरिहंत देखो अरहंत = अर्हत् । 'चेइय न ['चैत्य ] जिनमन्दिर | सासण न [ शासन ] जैन आगम ग्रन्थ । जिन-आजा | 'अरु देखो तरु |
अरु वि [अरुज्] रोग-रहित । अरु देखो अरूव ।
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अरिअल्लि - अरुय
अरुगन [दे. अरुक] व्रण | अरुंतुद वि [ अरुन्तुद] मर्म- बेधक । मर्मस्पर्शी |
अरुण पुं. सूर्य । द्वीप - विशेष
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सूर्य का सारथी । संध्याराग ।
समुद्र - विशेष । एक ग्रह-देवता का नाम । गन्धावती - पर्वत का अधिष्ठाता देव | देव - विशेष । रक्त रंग । न विमानविशेष | वि लाल । 'कंत न [कान्त ] देवविमान - विशेष । [कील ] न. देवविमानविशेष | 'गंगा स्त्री [गङ्गा ] महाराष्ट्र देश की एक नदी । ' गव न. देवविमान विशेष । 'झय न [° ध्वज ] एक देवविमान का नाम । भ, पहन [प्रभ] इस नाम का एक देवविमान | भद्द [भद्र ] एक देवता का नाम । 'भूयन ['भूत] एक देवविमान | महाभद [ महाभद्र] देव-विशेष | 'महावर पुं. द्वीपविशेष । समुद्र - विशेष । 'afsसय न [raiसक ] एक देवविमान | वपुं द्वीप - विशेष | समुद्र - विशेष | वरोभास पुं. [वरावभास ] द्वीप - विशेष । समुद्रविशेष | ° सिट्ट न [ °शिष्ट ] एक देवविमान | भ न. देवविमान - विशेष
अरुण न [ दे] कमल ।
अरुण पुंन. एक देव - विमान । वभ पुं [प्रभ] अनुवेलन्धर नामक नागराज का एक आवासपर्वत । उस पर्वत का निवासी देव । भ पुं. कृष्ण पुद्गल - विशेष ।
अरुणिम पुंस्त्री [अरुणिमन्] लाली । अरुणिय वि [अरुणित] रक्त, लाल । अरुणुत्तरवर्डिसग न [ अरुणोत्तरावतंसक ] इस नाम का एक देवविमान । अरुणोद पु. समुद्र - विशेष ।
अरुणोदय पुं [अरुणोदक ] समुद्र-विशेष | अरुणोववाय पुं [अरुणोपपात ] ग्रन्थ-विशेष
का नाम ।
अरु वि [अरुष्] घाव ।
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