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८९० संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
हेमंत-ह्रास [°चन्द्र] बारहवीं शताब्दी के दो | हेवं (अशो) देखो एवं ।। जैन आचार्य तथा ग्रन्थकार। पनरहवी हेवाग पुं [हेवाक] स्वभाव, आदत । शताब्दी का एक जैन मुनि। °जाल न. हेसमण वि [दे] उन्नत । सुवर्ण की माला। °तिलय पुं [ तिलक] | हेसा स्त्री [हेषा] अश्व-शब्द । चौदहवीं शताब्दी का एक जैनाचार्य । °पुर हेसिअ न [हेषित] ऊपर देखो। न. एक विद्याधर नगर । °मय वि. सोने का हेसिअ न [दे. हेषित] रसित, चीत्कार । बना हुआ। °महिहर पुं [°महिधर] मेरु हेहंभूअ वि [दे] गुण-दोष के ज्ञान से रहित पर्वत । °मालिणी स्त्री [°मालिनी] एक और निर्दम्भ, अज्ञ किन्तु निखालस । दिक्कुमारी देवी। °व पुं [°वत्] फाल्गुन | हेहय पुं [हैहय] एक राजा । °डिंब पं मास । विमल पुं. एक जैन आचार्य । °भि | [°डिम्ब] एक विद्याधर राजा। पुं. चौथी नरक-पृथिवी का एक नरक-स्थान । हेमंत पुं [हेमन्त] ऋतु-विशेष, मगसिर या | हो अ. इन अर्थों का सूचक अव्यय-विस्मय ।
अगहन तथा पोस या पूस महिना । शीतकाल। संबोधन, आमन्त्रण । हेमंत । वि [ हैमन्त ] हेमन्त ऋतु में | होउ वि [होत] होम-कर्ता । हेमंतिअ उत्पन्न । वि. [हैमन्तिक]। होंड देखो हुंड। हेमग वि [हैमक] हिम का, हिम-संबन्धी। होट्ठ पुं[ओष्ठ] होंठ। हेमवइ) पुंन [हैमवत] वर्ष-विशेष, क्षेत्र- होड्ड देखो हुड्ड । हेमवय विशेष । हिमवंत पर्वत का एक | होढ पुं [होड] मोष, चोरी की वस्तु । शिखर । कूट-विशेष । वि. हिमवंत पर्वत का। होण देखो हूण = हूण । पु. हैमवत क्षेत्र का अधिष्ठाता देव । होत्तिय पुं होत्रिक] अग्निहोत्रिक वानप्रस्थ । हेम्म देखो हेम ।
न. तृण-विशेष । हेर सक [३] निरीक्षण करना। खोजना। होम पुं. हवन । हेरंब पुं [दे] महिष । डिण्डिम वाद्य । होम सक [होमय् ] होम करना। हेरण्णवय पुंन [हैरण्यवत] वर्ष-विशेष, एक होरंभा स्त्री [होरम्भा] महाढक्का वाद्य । युगलिकक्षेत्र । रुक्मि पर्वत या शिखरी पर्वत होरण न [दे] वस्त्र । का एक शिखर ।
होरा स्त्री. खड़ी या खली से की हुई रेखा । हेरण्णिअ पुं [हैरण्यिक] सुवर्णकार । ज्योतिष शास्त्र में उक्त लग्न । हीराज्ञापक हेरिअ पुं [हेरिक] जासूस ।
शास्त्र । हेरिब पुं [दे. हेरम्ब गणेश ।
होल पुंस्त्री [दे] वाद्य-विशेष । पक्षि-विशेष । हेरुयाल सक [दे] क्रुद्ध करना ।
एक तरह की गाली, मूर्ख । °वाय पुं [°वाद] हेला स्त्री. स्त्री की शृङ्गार-सम्बन्धी चेष्टा- दुर्वचन बोलना, गाली-प्रदान । विशेष । अनादर । अनायास ।
होलिया स्त्री [होलिका] होली । फागुन मास हेला स्त्री [दे] वेग, शीघ्रता ।
का पर्व-विशेष । हेलिय पुं हैलिक] एक तरह की मछली । होस हो = भू का भवि. रूप । हेलुअ न [दे] क्षुत, छींक ।
ह्रद देखो दह। हेलुक्का स्त्री [दे] हिक्का, हिचकी।
हस्स देखो रहस्स = ह्रस्व । हेल्लि (अप) अ [हले] सखी का आमन्त्रण । ह्रास देखो हास = ह्रास ।
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