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७३४ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
विक्किर-विगय विक्किर सक [वि+कृ] बिखेरना, छितराना ।। विलंब । सैन्य ।। विक्किरिया स्त्री [विक्रिया] विकार । देखो विक्खेवणी स्त्री [विक्षेपणी] कथा का एक विकिरिया।
भेद । विक्कीय देखो विक्किय = विक्रीत । विक्खेविया स्त्री [विक्षेपिका ] व्याक्षेप । विक्के सक [वि + क्री] बेचना ।
विक्खोड सक [दे] निन्दा करना । विक्केणुअ वि [दे] बेचने-योग्य ।
विखंडिय वि [विखण्डित] खण्डितकृत । विक्कोण पुं [विकोण] घृणा से मुंह सिकुड़ना। विग देखो विअ = वृक । विक्कोस अक [वि + क्रुश् चिल्लाना। विगइ स्त्री [विकृति] विकार-जनक घृत आदि विक्खंभ पुं [दे] जगह । बीच का भाग। वस्तु । विकार । विवर, छिद्र ।
विगइ स्त्री [विगति] विनाश । विक्खंभ पुं [विष्कम्भ] विस्तार । चौड़ाई। विगइंगाल वि [विगताङ्गार] राग-रहित । बाहुल्य, स्थूलता, मोटाई । प्रतिबन्ध । नाटक | विगइच्छ वि [विगतेच्छ] निःस्पृह । का एक अंग । द्वार के दोनों तरफ के बीच विगंच देखो विगिच । का अंतर ।
विगच्छ अक [वि + गम्] नष्ट होना । विक्खंभिअ वि [विष्कम्भित] निरुद्ध, रोका | विगज्झ देखो विगह = वि + ग्रह । हुआ।
विगड देखो विअड = विकट । विक्खण न [दे] कार्य ।
विगड देखो विअड = विवृत । विक्खय वि [विक्षत] व्रण-युक्त ।
विगण सक [वि+गणय] निन्दा करना । विक्खर सक [वि+क] छितराना । फैलाना। घृणा करना । इधर-उधर फेंकना।
विगत्त सक [वि + कृत्] काटना, छेदना । विक्खवण न [विक्षपण] विनाश । वि.
विगत्त वि [विकृत्त] काटा हुआ, छिन्न । विनाशक ।
विगत्तग वि [विकर्तक] काटने वाला । विक्खाइ स्त्री [विख्याति प्रसिद्धि ।
विगत्थय वि [विकत्थक] प्रशंसा करनेवाला । विक्खाय वि [विख्यात] प्रसिद्ध ।
आत्मश्लाघा करनेवाला । विक्खास वि [दे] विरूप । खराब ।
विगप्प देखो विअप्प = वि + कल्पम् । विक्खिण्ण वि [दे] आयत । लम्बा । अवतीर्ण। विगप्प पुं [विकल्प] एक पक्ष में प्राप्ति । न. जघन ।
देखो विअप्प - विकल्प । विक्खिण्ण देखो विकिण्ण ।
विगप्पिअवि [विकल्पित] उत्प्रेक्षित,कल्पित । विक्खित्त वि [विक्षिप्त] फेंका हुआ । भ्रान्त,
चिन्तित, विचारित । काटा हुआ, छिन्न । पागल।
विगम पुं. विनाश । विक्खिर देखो विक्खर ।
विगय वि [विकृत] विकार-प्राप्त । विक्खिव सक [वि + क्षिप्] दूर करना। विगय वि. [विगत] नाश-प्राप्त । पुं. एक प्रेरणा । फेंकना।
नरक-स्थान । 'धूम वि. द्वेष-रहित । °सोग विक्खेव पुं [विक्षेप] क्षोभ । उचाट, ग्लानि । पुं [°शोक ] एक महा-ग्रह । ज्योतिष्क ऊँचा फेंकना। फेंकना। शृंगार-विशेष । देव-विशेष । देखो वीअ-सोग। °सोगा स्त्री अवज्ञा से किया हुआ मण्डन । चित्त-भ्रम। [°शोका] विजय-विशेष की एक नगरी।
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