________________
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
लुट-लेक्स पोंछना।
लुब्भ । अक [लुभ्] लोभ करना । आसक्ति लुट सक [लुण्ट्] लूटना।
लुभ करना। लुटाक वि [लुण्टाक] लुटेरा ।
लुभ देखो लुह = मृज् । लँठग वि [लुण्ठक] खल।
लुरणी स्त्री [दे] वाद्य-विशेष । लुंठिअ वि [लुण्ठित] बलाद् गृहीत । लुल देखो लुढ। लुप सक [लुप्] लोप करना, विनाश करना, |
| लुलिअ वि [लुलित] घूणित, चलित । उत्पीड़न करना । अदृष्ट करना ।
लुव देखो लुअ = लू । लंपइत्तु वि [लोपयितु] लोप करनेवाला । लुव्व लुण का कर्मणि प्रयोग । लुंपणा स्त्री [लोपना] विनाश ।
लुह सक [मृज्] मार्जन करना, पोंछना । लुपित्तु वि [लोप्तृ] लोप करनेवाला। . लूअ देखो लुअ = लून। लंबी स्त्री [ दे. लुम्बी ] फलों का गुच्छा। लूआ स्त्री [दे] मृग-तृष्णा । लता।
लूआ स्त्री [लूता] एक वात-रोग मकड़ी। लुक्क अक [नि + लो] छिपना।
लूड [लुण्ट्] लूटना, चोरी करना । लुक्क अक [तुड्] टूटना।
लूड वि [लुण्ट] लूटनेवाला । स्त्री, °डी। लुक्क वि [दे] सुप्त ।
लूण देखो लूअ - लून । लुक्क वि [निलीन] छिपा हुआ ।
लूण न [लवण] नमक । पुं. वनस्पति-विशेष । लुक्क वि [रुग्ण] भग्न । रोगी ।
देखो लवण। लुक्क वि [लुञ्चित] मुण्डित ।
लूण न [लवण] लावण्य, सुन्दरता । लुक्ख पुं [रुक्ष] सूखा स्पर्श । वि. रुक्ष स्पर्श
| लूर सक [छिद्] काटना। वाला, स्नेह-रहित । देखो लूह = रूक्ष । लूस सक [लूषय] वध करना । पीड़ना । लुग्ग वि [दे. रुग्ण] भग्न, रोगी ।
दूषित करना। चोरी करना । विनाश लुच्छ देखो लुंछ = मृज् ।
करना । अनादर करना । तोड़ना। छोटे को लुट्ट संक [लुण्ट] लूटना ।
बड़ा और बड़े को छोटा करना । लुट्ट देखो लोट्ट = स्वप् ।
लूसअ । वि [लूषक] हिंसक । विनाशक । लुट्ट वि [लुण्टित] लूटा गया।
लूसग । प्रकृति-क्रूर । भक्षक । दूषित करनेलुट्ठ पुं [लोष्ट] रोड़ा, ईंट आदि का टुकड़ा ।
वाला । विराधक । हेतु-विशेष ।। लुड्ढ देखो लुद्ध ।
लूसण वि [लूषण] ऊपर देखो। लुढ अक [लुठू] लुढ़कना, लेटना ।
लूसय वि [लषक] परिताप-कर्ता । चोर । लुण देखो लुअ = लू ।
लूह सक [मृज, रूक्षय] पोंछना। लुत्त वि [लुप्त] लोप-प्राप्त ।
लूह पुं [रूक्ष] मुनि, साधु, श्रमण । लुत्त न [लोप्त्र] चोरी का माल ।
लूह वि [रूक्ष] सूखा, स्नेह-रहित । पुं. संयम, लुद्ध पुं [लुब्ध] व्याध । वि. लोलुप । न. चारित्र । न. निर्विकृतिक तप। देखो लोभ ।
लुक्ख । लुद्ध न [लोध्र] गन्ध-द्रव्य-विशेष । देखो लोद्ध | ले सक [ला] लेना । ग्रहण करना। = लोध्र।
| लेक्ख न [लेख्य] व्यवहार, व्यापार । लुद्ध पुन [लोध्र] क्षार-विशेष । | हिसाब ।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org