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मूसा स्त्री [ मूषा ] मूस, धातु गलाने का पात्र । मूसा ) स्त्री [दे] छोटा दरवाजा | मूसाअ
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मूस देखो मूसय । रिपुं. मार्जार । अ. मेरा । मुझसे ।
न. ।
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
मेअ पुं [मेद] अनार्य देश-विशेष या जाति । पुंस्त्री. चाण्डाल । स्त्री. मेंई ।
अवि [य] जानने योग्य, प्रमेय पदार्थ | नापने योग्य । न वि [' ज्ञ] पदार्थ- ज्ञाता । मेअ पुंन [मेदस्] शरीर स्थित चर्बी । मेअज्ज न [दे] अन्न ৷
अज्ज पुं [मेदार्य ] मैदार्य गोत्र में उत्पन्न | अज्ज पुं [मेतार्य ] भगवान् महावीर का दसवाँ गणधर । एक जैन महर्षि । अय वि [मेचक ] कृष्ण-वर्ण । अरवि[] असहिष्णु । मेअल पुं [मेकल ] पर्वत- विशेष | स्त्री [कन्या ] नर्मदा नदी । मेअवाडय पुंन [मेदपाटक] मेवाड़ |
सामि
मेइणि स्त्री [मेदिनी] पृथिवी । चाण्डामेइणी लिन । 'नाह पुं [नाथ ] राजा । °पइ ं [°पति] राजा । चाण्डाल | पुं [°स्वामिन्] । °सर पुं. [श्वर] मेंठ पुं [दे] महावत | देखो मिठ । मेंठी स्त्री [दे] मेषी, गड़रिया ।
राजा ।
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मेंढ पुंस्त्री [मेढू] भेड़, गाड़र । मुह [° मुख] एक अन्तद्वप | उसकी मनुष्य जाति । विसाणा स्त्री ['विषाणा] मेढाशिंगी वनस्पति | देखो मिढ । मेखला देखो मेहला ।
मेघ देखो मेह | 'मालिणी स्त्री [मालिनी] नन्दन वन के शिखर की एक दिक्कुमारी देवी । 'वई स्त्री [ती] एक दिक्कुमारी देवी | वाहण पुं [वाहन] एक विद्याधर राजकुमार ।
मेघंकरा स्त्री [मेघङ्करा ] एक दिक्कुमारी
देवी |
मेच्छ देखो मिच्छ = म्लेच्छ ।
मेज्जन [य] मान- तौल, जिससे मापा जाय ।
| मेज्ज देखों मेअ = मेय |
मेज्झ देखो मिज्झ ।
मेट देखो मिट |
मेडंभ पुं [दे] मृग-तन्तु । मेडय पुं [दे] मजला, तला । मेड्ढ देखो मेंढ |
मेढ पुं [] वणिक् को मदद करनेवाला । मेढक पुं [दे] काष्ठ का छोटा डंडा । मेढि पुं [मेथि] खले के बीच का काष्ठ, जहाँ पशु बाँध कर धान्य-मर्दन किया जाता है । आधार स्तम्भ । भूअ वि [भूत] आधार
मध्य में स्थित ।
सदृश । नाभि भूत, मेणआ
कन्ना | मेणक्का
मूसा - मेलाय
स्त्री
[मेनका ]
हिमालय की
पत्नी । स्वर्ग की एक वेश्या । मेत्त न [ मात्र ] संपूर्णता । अवधारण । मत्तल [ दे] देखो मित्तल । ती स्त्री [मैत्री] दोस्ती ।
या देखो मेहुण । मेर (अप) वि [ मदीय] मेरा ।
मेरग पुं [मेरक, मैरेयक ] तृतीय प्रतिवासुदेव राजा । पुंन. मद्य-विशेष । वनस्पति का त्वचा - रहित टुकड़ा।
मेरा स्त्री [दे. मिरा] मर्यादा ।
मेरा स्त्री. तृण-विशेष, मुञ्ज की सलाई । दशवें चक्रवर्ती की माता ।
मेरु पुं. पर्वत - विशेष । छन्द - विशेष । कोई भी पहाड़ ।
मेल सक [मेलय् ] मिलाना | इकट्ठा करना । मेल पुं. मिलाप, संयोग, मिलन । मेलय पुं [मेलक] सम्बन्ध, संयोग । मेला । मेलव क [मेलय्, मिश्रय् ] मिलाना, मिश्रण
करना ।
मेला अक [मिल्] एकत्रित होना ।
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