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दुप्पडिक्वंत-दुप्पेक्खणिज्ज संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
४६७ वाला।
दुप्परिइअ वि [दुष्परिचित] अपरिचित । दुप्पडिक्कंत वि [दुष्प्रतिकान्त] जिसका प्राय- दुप्परिचय देखो दुपरिच्चय। श्चित्त ठीक-ठीक न किया गया हो वह । दुप्परिणाम वि [दुष्परिणाम] जिसका परिदुप्पडिगर वि [दुष्प्रतिकर] जिसका प्रतीकार णाम खराब हो, दुर्विपाक । दुःख से किया जा सके।
दुप्परिमास वि [दुष्परिमर्ष] कष्ट-साध्य दुप्पडिपूर वि [दुष्प्रतिपूर] पूरने के लिए | स्पर्शवाला। अशक्य ।
दुप्परियत्तण देखो दुप्परिवत्तण । दुप्पडियाणंद वि [दुष्प्रत्यानन्द] जो किसी| दुप्परिल्ल वि [दे] दुराकर्ष । तरह सन्तुष्ट न किया जा सके । अति कष्ट से | दुप्परिवत्तण वि [दुष्परिवर्तन] जिसका तोषणीय ।
परिवर्तन दुःख से हो सके वह । न. दुःख दुप्पडियार वि [दुष्प्रतिकार] जिसका प्रतो- से पीछे लौटना। कार दुःख से हो सके वह ।
दुप्पवंच पुं [दुष्प्रपञ्च] दुष्ट प्रपञ्च । दुप्पडिलेह वि [दुष्प्रतिलेख] जो ठीक-ठीक न | दुप्पवणु पुं [दुष्पवन] दुष्ट वायु । देखा जा सके वह ।
दुप्पवेस वि [दुष्प्रवेश] जहाँ कष्ट से प्रवेश हो दुप्पडिवूह वि [दुष्प्रतिबृह] बढ़ाने को सके वह । तर वि. प्रवेश करने को अशक्य । अशक्य । पालने को अशक्य ।
दुप्पसह पुं [दुष्प्रसह] पंचम आरे के अन्त में दुप्पणिहाण न [दुष्प्रणिधान] अशुभ प्रयोग, होनेवाला एक जैन आचार्य, एक भावी जैन दुरुपयोग ।
सूरि । दुप्पणिहिय वि [दुष्प्रणिहित] दुष्प्रयुक्त। दुप्पस्स वि [दुर्दर्श जो मुश्किल से दिखलाया दुप्पणीहाण देखो दुप्पणिहाण ।
जा सके वह। दुप्पणोल्लिय वि [दुष्प्रणोद्य] दुस्त्यज ।।
दुप्पह वि [दुष्प्रभ] जो दुःख से सूझ सके वह, दुप्पण्णवणिज्ज वि [दुष्प्रज्ञापनीय] कष्ट से
दुर्गम । प्रबोधनीय ।
दुप्पहंस वि [दुष्प्रध्वंस्य] जिसका नाश कठिदुप्पतर वि [दुष्प्रतर] दुस्तर ।
नाई से हो सके वह । दुप्पधंस वि [दुष्प्रधर्ष] दुर्धर्ष, दुर्जय ।
दुप्पहंस वि [दुष्प्रधृष्य] अजेय, दुर्जय । दुप्पमज्जण न [दुष्प्रमार्जन] ठीक-ठीक साफ
दुप्पाय न [दुष्प्राप] आयंबिल तप । नहीं करना।
दुप्पिउ पुं [दुष्पित] दुष्ट पिता । दुप्पमज्जिय वि [दुष्प्रमाजित] अच्छी तरह से दुप्पिच्छ देखो दुपेच्छ । साफ नहीं किया हुआ।
दुप्पिय वि [दुष्प्रिय] अप्रिय । "ब्भासि वि दुप्पय देखो दुपय - द्विपद ।
[°भाषिन्] अप्रिय-वक्ता । दुप्पयार वि [दुष्प्रचार] जिसका प्रचार दुष्ट दुप्पुत्त देखो दुपुत्त। माना जाता है वह, अन्याय-युक्त । दुप्पूर वि [दुष्पूर] जो कठिनाई से पूरा किया दुप्परक्कंत वि [दुष्पराक्रान्त] बुरी तरह से | __ जा सके। आक्रान्त ।
दुप्पेक्ख देखो दुपेच्छ । दुप्परिअल्ल वि [दे] अशक्य । दुगुना । अन- दुप्पेक्खणिज्ज वि [दुष्प्रेक्षणीय] कष्ट से म्यस्त।
दर्शनीय ।
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