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णिक्खसरिअ-णिग्गंठिद संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
३८७ णिक्खसरिअ वि [दे] जो लूट लिया गया हो, णिगम पुं [निगम]प्रकृष्ट बोध । व्यापार-प्रधान अपहृत-सार ।
स्थान, जहाँ व्यापारी विशेष संख्या में रहते णिक्खाविअ वि [दे] शान्त, उपशम-प्राप्त । हों ऐसा शहर आदि । व्यापारी-समूह । णिक्खित्त वि[निक्षिप्तन्यस्त, स्थापित । मुक्त, णिगमण न [निगमन] अनुमान प्रमाण का परित्यक्त । विच्छिन्न । पाक-भाजन में स्थित। एक अवयव, उपसंहार । °चर वि. पाक-भाजन में स्थित वस्तु को | णिगमिअ वि [दे] निवासित । भिक्षा के लिए खोजनेवाला।
णिगर पुं [निकर] समूह । णिक्खिव सक [नि + क्षिप्] स्थापन करना, णिगरण न [निकरण] हेतु ।
स्वस्थान में रखना । परित्याग करना। णिगरिय वि [निकरित] सर्वथा शोधित । णिक्खिव सक [नि + क्षिप्] नाम आदि भेदों | णिगल देखो णिअल। बेड़ी के आकार का से वस्तु का निरूपण करना ।
सौवर्ण आभूषण-विशेष । णिक्खिव पुं[निक्षेप] स्थापन । न्यास-स्थापन, ! णिगलिय देखो णि गरिय। धरोहर । डालना।
णिगाम देखो णिकाम = निकाम । णिक्खुड वि [दे] अकम्प, स्थिर । णिगाम न [निकाम] अत्यन्त । णिक्खुड पुंन [निष्कुट]कोटर, विवर । पृथिवी- णिगास पुं [निकर्ष] परस्पर संयोजन, मिलाना,
खण्ड । उपवन, घर के पास का बगीचा। जोड़ । णिक्खुत्त न [दे] निश्चित, चोक्कस । णिगिज्झिय णिगिण्ह का संकृ. । णिक्खुरिअ वि [दे] अदृढ़, अस्थिर ।
णिगिट्ठ देखो णिक्किट्ठ । णिक्खेड पुं [निष्खेट] अधमता, दुष्टता।
णिगिण वि [नग्न] नंगा। णिक्खेत्तव्व णिक्खिव = नि + क्षिप् का कृ.।
णिगिणिणन [नाग्न्य] नंगापन ।
णिगिण्ह सक [नि + ग्रह ]निग्रह करना, शिक्षा णिक्खेव पुं [निक्षेप] न्यास, स्थापन ।
करना । रोकना । अक. बैठना,स्थिति करना। परित्याग । धरोहर, धन आदि जमा रखना ।
णिगुंज अक [नि + गुञ्] गूजना, अव्यक्त व्यवस्थापन करना । नियमन करना।
शब्द करना । नीचे नमना। णिक्खेवय पुं [निक्षेपक निगमन, उपसंहार । णिक्खोभ , पुं [निःक्षोभ] क्षोभ-रहित,
णिगुंज देखो णिउञ्ज = निकुञ्ज।
णिगुण वि [निगुण] गुण-रहित । णिक्खोह निष्कम्प । णिखय देखो णिक्खय।
णिगुरंब देखो णिउरंब। णिखव्व न [निखर्व] सौ खर्व, सौ अरब ।
णिगूढ वि [निगूढ] प्रच्छन्न । मौन रहनेवाला । णिखिल वि [निखिल] सकल, सब । |णिगृह सक [नि + गुह ] छिपाना, गोपन णिगंठ देखो णिअंठ ।
करना । णिगड सक [निगडय] नियन्त्रित करना, णिगोअ पु [निगोद] अनन्त जीवों का एक बाँधना ।
साधारण शरीर-विशेष । जीव पुं. निगोद का णिगढ पुं [दे] घाम, गरमी ।
जीव । णिगण वि [नग्न, वस्त्र-रहित ।
णिग्ग देखो णिग्गम = निर् + गम् । णिगद सक [नि+गद् ] कहना। पढ़ना, णिग्गंठिद (शौ) वि [निग्रथित] गुम्फित, अभ्यास करना।
ग्रथित ।
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