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________________ झुंसणा - टंगर झुणा देखो झूसणा । झुसिर न [ शुषिर ] जगह । वि. पोला, छूछा । संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष झूझ देखो जूझ झूर सक [स्मृ] याद करना, चिन्तन करना । झूर सक [ जुगुप्स् ] निन्दा करना, घृणा करना । रन्ध्र, पोल, खाली झूर अक [क्षि] झुरना, क्षीण होना । झूर [] वक्र | झेंडुअ पुं [दे] कन्दुक | झेय झा का. कृ. । झूस सक [ जुष्] सेवा करना । प्रीति करना । क्षीण करना, खपाना | फेंकना, त्याग करना । झूसरिअ वि [दे] अत्यर्थ, अत्यन्त । स्वच्छ, निर्मल । Jain Education International ट पुं. मूर्द्ध- स्थानीय व्यञ्जन वर्ण-विशेष | या स्त्री [दे] पुकारने की आवाज । टंक पुं [टङ्क] सिक्का पर का चित्र । तलवार आदि का अग्र भाग । एक प्रकार का सिक्का 1 एक दिशा में छिन्न पर्वत । पत्थर काटने का अस्त्र, टाँकी, छेनी | परिमाण - विशेष, चार मासे की तौल । पक्षि-विशेष | टंक पुं [दे] तलवार | खात, खुदा हुआ जलाशय । जाँघ । भोंत । किनारा । कुदाल | वि. छिन्न, काटा हुआ । टंकण पुं [टङ्कन] म्लेच्छ की एक जाति । टंकवत्थुल पुं [दे] कन्द- विशेष, तरकारी । टंका स्त्री [दे] जंघा । एक तीर्थ । टंकार पुं [टङ्कार ] धनुष का शब्द | ३६३ झोट्टी स्त्री [] अर्ध- महिषी, भैंस की एक जाति । झेर पुं [दे] पुराना घण्टा । झल स्त्री [] रास के समान एक झोस पुं [दे] झाड़ना, दूर करना । प्रकार की क्रीड़ा । झोटिंग पुं [दे] देव-विशेष | झोड सक [शाटय् ] पेड़ आदि से पत्र वगैरह को गिराना । झोड न [ दे] पेड़ आदि से पत्र आदि का गिराना । जीर्ण वृक्ष 1 झोडप पुं [दे] चना । सूखे चने का शाक । झोडिअ पुं [दे] शिकारी, बहेलिया । स्त्री [दे. झोलिका] थैली । ट झोलिआ झोल्लिआ झोस देखो झूस । झोस सक [गवेषय्] खोजना, अन्वेषण करना । झोस सक [झोषय् ] डालना, प्रक्षेप करना । झोस पुं [झोष ] जिसके डालने से समान भागाकार हो वह राशि । झोसणा स्त्री [जोषणा ] अन्त समय की आराधना, संलेखना । टंकार पुं [दे] तेज | टंकिअ वि [दे] फैला हुआ । टंकिअ वि [टङ्कित ] टाँकी से काटा हुआ । टंकिया स्त्री [का] पत्थर काटने का अस्त्र, टाँकी । टंबरय वि [दे] गुरू, भारी । टक्क पुं. देश - विशेष | वि. टक्क देशीय । पुं. भाट की एक जाति । टक्कर पुं [दे] ठोकर, अंग से अंग का आघात । टक्करा स्त्री [] टकोर, मुंड - सिर में उंगली का आघात । टक्कारा स्त्री [दे] अरणिवृक्ष का फूल । टगर पुं [तगर] तगर का वृक्ष । सुगन्धित काष्ठ-विशेष | For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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