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छप्पण्ण-छाई
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष लिखा जाता है ।
| छलसीअ स्त्रीन [षडशीति] छियासी । छप्पण्ण ) वि दे. षट्प्रज्ञक] विदग्ध, छलसीइ स्त्री. ऊपर देखो। छप्पण्णय चितुर ।
छलिअ वि [छलित] विप्रतारित, ठगा हुआ । छप्पत्तिआ स्त्री [दे] थप्पड़ । रोटी।
शृङ्गार-काव्य । तस्कर-संज्ञा । छप्पय पु [षट्पद] भौंरा। वि. छः स्थान- | छलिअ वि [दे] विदग्ध, चतुर । वाला । छः प्रकार का । छन्द-विशेष । छलिअ न [छलिक] नाट्य-विशेष । छब्ब पुन [दे] पात्र-विशेष ।
छलिअ वि [स्खलित] स्खलन-प्राप्त । छब्बग )
छलिया देखो छालिया। छब्बय न [दे] वंश-पिटक, घी वगैरह को
छलुअ | पु षडुलूक] वैशेषिक-मत-प्रवर्तक छानने का उपकरण-विशेष ।
छलग कणाद ऋषि । छन्भामरी स्त्री [षभ्रामरी] एक प्रकार की
छलअ । वीणा।
छल्लो स्त्री [दे] त्वचा, छाल । छमच्छम अक [छमच्छमाय] गरम चीज पर
छल्लुय देखो छलुअ। दी जाती पानी को आवाज ।
छव देखो छिव। छम देखो क्षमा। रुह पुं. पेड़, दरख्त । छवडी स्त्री [दे] चर्म । छमलय पुदि] सप्तच्छद का वृक्ष ।
छवि स्त्री. कान्ति, तेज । अंग । चमड़ी। अवछमा स्त्री [क्षमा, क्ष्मा] पृथिवी, भूमि । "हर यव । अंगी, शरीरी। अलङ्कार-विशेष । पु[धर] पर्वत, देखो छम ।
°च्छेअ पु [च्छेद] अङ्ग का विच्छेद । छमी स्त्री [शमी] अग्नि-गर्भ वृक्ष ।
°च्छेयण न [°च्छेदन] अंगच्छेद । °त्ताण छम्म देखो छउम।
न ["त्राण] चमड़ी का आच्छादन, कवच । छम्मुह पु [षण्मुख] कार्तिकेय । भगवान् | छविअ वि [स्पृष्ट] छूआ हुआ। विमलनाथ का अधिष्ठायक देव ।
छविपव्व न [छविपर्वन्] औदारिक शरीर । छय न [छद] पर्ण, पत्र, आवरण, आच्छादन ।। छवीइय वि [छविमत्] कान्तिवाला। घन, छय न [क्षत] घाव । पीड़ित, व्रणित ।
निबिड़। छयल्ल [दे] देखो छइल्ल।
छव्वग [दे देखो छब्बय। छरु पुत्सरु] खड्ग-मुष्टि, तलवार का हाथा । | छविअ वि [दे] आच्छादित । °प्पवाय न [°प्रवाद] खड्ग-शिक्षा-शास्त्र । छह (अप) देखो छ (षष्)। छल° देखो छ = षष् ।
छहत्तर वि [षट्सप्तत] छि हत्तरवाँ । छल सक [छलय] ठगना, वञ्चना। छहत्तरि स्त्री [षट्सप्तति] छिहत्तर । छल न. कपट, माया । बहाना। अर्थविघात, छाअ देखो छाव। वचन-विघात, एक तरह का वचन-युद्ध । छाइल्ल वि [छायावत् छायावाला, कान्तिययण न [यतन] छल ।
युक्त। छलंस वि [षडस्र] षट्कोण ।
छाइल्ल पु [दे] प्रदीप, वि. सदृश, तुल्य । छलंसिअ वि षडस्रिक] छः कोणवाला । ऊन, अधूरा । सुरूप, सुडौल । छलण न [छलन] फेंकना ।
छाई देखो छाया। छलत्थ वि [षडर्थ] छः अर्थवाला। छाई स्त्री [दे] माता, देवी, देवता।
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