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२८८ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
गामउड-गारुल्ल शब्द, रूप वगैरह इन्द्रियों का विषय । गाँव | वाली स्त्री। का धर्म , गाँव का कर्तव्य । °द्ध पुंन [°र्ध] | गामिल्ल , वि [ग्रामीण] गाँव का आधा गाँव । उत्तर भारत, भारत का उत्तर- | गामिल्लुअ / निवासी, गँवार । प्रदेश । °मारी स्त्री. गाँव भर में फैली हुई | गामीण । बीमारी-विशेष । रोग पु. ग्राम-व्यापक | गामुअ वि [गामुक] जानेवाला । बीमारी। वइ [पति] गाँव का | गामेइआ स्त्री [ग्रामयिका] गाँव की रहनेमुखिया । Tणुग्गाम न [°ानुग्राम] एक गाँव वाली स्त्री, गंवार स्त्री। से दूसरे गाँव । °rयार पु[°ाचार] विषय । गामेणी स्त्री [दे] बकरी। गामउड । पु [दे] गाँव का मुखिया। | गामेय । वि [ग्रामेयक] ग्राम का निवासी, गामऊड
गामेयग । गँवार । गामंतिय न [ग्रामान्तिक] गाँव की सीमा । | गामेरेड [दे] देखो गामरोड । वि. गाँव की सीमा में रहनेवाला । पुं. जैनेतर
| गामेलुअ । देखो गामिल्ल । दार्शनिक-विशेष ।
गामेल्ल , गामगोह पु [दे] गाँव का मुखिया । गामेस पुं [ग्रामेश] गाँव का अधिपति । गामड पु [ग्रामक] छोटा गाँव ।।
गायण वि [गायन] गायक । गामण न[दे. गमन]भूमि में गमन, भू-सर्पण ।। गादरो स्त्री [दे] गगरी, छोटा घड़ा। गामणह न [दे] ग्राम-स्थान, ग्राम-प्रदेश । "गार वि [°कार] कर्ता । गामणि देखो गामणो।
गार पुं [दे. ग्रावन्] पत्थर, कङ्कड़ । गामणिसुअ पु [दे] गाँव का मुखिया ।
गार न [अगार] मकान । 'त्य पुंस्त्री गामणी पु [दे] गाँव का मुखिया ।
[स्थ] गृही। °त्थिय पुंस्त्री [°स्थित
संसारी। गामणी वि [ग्रामणो] श्रेष्ठ, नायक । पु. तृण-विशेष ।
गारय वि [कारक] करनेवाला । गामपिंडोलग पु [दे] भीख से पेट भरने के गारव पुंन [गौरव] अभिमान । अभिलाष । लिए गाँव का आश्रय लेनेवाला भिखारी। महत्व, गुरुत्व, प्रभाव । आदर । गामरोड ] छल से गांव का मखिया गारवित वि [गौरवित] गौरवान्वित, महत्त्वबन बैठनेवाला।
शाली । अभिमानी । अभिलाषी । गामहण न [दे] ग्राम-स्थान, गाँव का प्रदेश । गारविल्ल वि [गौरववत्] ऊपर देखो। छोटा गाँव ।
गारहत्थ वि [गार्हस्थ] गृहस्थ-सम्बन्धी । गामाग पु [ग्रामाक] ग्राम-विशेष, इस नाम गारि पुंस्त्री [अगारिन्] संसारी, गृहस्थ । का एक सन्निवेश।
गारिहत्थिय स्त्रीन [गार्हस्थ्य] गृहस्थगामार वि [दे. ग्रामीण] ग्रामीण, छोटे गाँव सम्बन्धी । का रहनेवाला।
गारुड । वि [°गारुड] गरुड़-सम्बन्धी । गामि वि [गामिन] जानेवाला ।
गारुल्ल , सर्प-विष को दूर करनेवाला । पु. गामि वि [ग्रामिक] देखो गामिल्ल । ग्राम | सर्प-विष को दूर करनेवाला मन्त्र । न. मन्त्रका मुखिया । विषयाभिलाषी।
शास्त्र-विशेष । °मंत पु[°मन्त्र] सर्प-विष गामिणिआ स्त्री [गामिनिका] गमन करने-1 का नाशक मन्ध । विउ वि [वित्] गारुड
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