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संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दो कोष कोडिन्ना-कोदंडिय गोत्र । पुं. कौडिन्य गोत्र का प्रवर्तक पुरुष। कोड्डिय वि [दे] विनोद-शील, उत्कण्ठित । वि. कौडिन्य-गोत्रीय । पुं. एक मुनि जो शिव- | कोड्ढ , वि [कुष्ठि] कुष्ठ-रोग । भूति का शिष्य था! महागिरि-सूरि का | कोढ । शिष्य । गोतम-स्वामी के पास दीक्षा लेनेवाले कोण वि [दे] श्याम वर्णवाला । पुं. लकड़ी। पाँच सौ तापसों का गुरु ।
वीणा वगैरह बजाने की लकड़ी। कोडिन्ना स्त्री कौण्डिन्या] कौडिन्य गोत्रीय | कोण । पंन कोण] कोन. अस्त्र
कोण । पुन [कोण] कोन, अस्त्र, घर का स्त्री।
कोणग ) एक भाग। कोडिल्ल पुं [दे] पिशुन ।
कोणव पुं [कौणप] राक्षस । कोडिल्ल देखो कोट्टिल्ल।
कोणायल पुं [कोणाचल] भगवान् शान्तिकोडिल्ल पुं [कौटिल्य] इस नाम का एक | नाथ के प्रथम श्रावक का नाम ।। ऋषि, चाणक्य मुनि ।।
कोणालग पुं [कोनालक] जलचर पक्षिकोडिल्लय न [कौटिल्यक] चाणक्य-प्रणीत विशेष। नीति-शास्त्र।
कोणाली स्त्री [दे] गोष्ठी, गोठ । कोडिसाहिय न [कोटिसहित] प्रत्याख्यान
कोणिअ | पुं [कोणिक] राजा श्रेणिक का विशेष, पहले दिन उपवास करके दूसरे दिन
कोणिग । पुत्र । भी उपवास की ली जाती प्रतिज्ञा ।
कोणु स्त्री [दे] रेखा। कोडी देखो कोडि । करण न. विभाग ।
| कोणेट्ठिया स्त्री [दे] गुञ्जा देखो, चणोट्ठिया । °णार न [ नार] इस नाम का सोरठ देश
कोण्ण पुं [दे. कोण] घर का एक भाग, का एक नगर । °मातसा स्त्री. गान्धार ग्राम
कोना। की एक मूर्च्छना। वरिस न [°वर्ष] लाट
कोतव न [कौतव] मूषक के रोम से निष्पन्न देश की राजधानी, नगर-विशेष । 'वरिसिया स्त्री [°वर्षिका] जैन मुनि-गण की एक
कोतुहल देखो कुऊहल।
कोत्तलंका स्त्री [दे] दारू परोसने का भाण्ड । शाखा । °सर पुं["श्वर] करोड़पति ।। कोडीण न [कोडीन] इस नाम का एक गोत्र,
कोत्तिअ वि [कौतुकिक] कुतूहली । जो कौत्स गोत्र की एक शाखा रूप है। वि.
कोत्ति पुं [कोत्रिक] भूमि-शयन करनेवाला इस गोत्र में उत्पन्न ।
वानप्रस्थ । न. एक प्रकार का मधु । कोडुंब न [दे] कार्य ।
कोत्थ देखो कोच्छ = कौक्ष ।। कोडुबि देखो कुडुंबि।
कोत्थर न [दे] विज्ञान । कोटर । कोडुंबिय पुं [कौटुम्बिक] कुटुम्ब का स्वामी। कोत्थल पुं [दे] कुशल । कोथली, थैला । ग्राम-प्रधान, गाँव का आदमी । वि. कुटुम्ब में | °कारा स्त्री [°कारी] भौंरी। उत्पन्न, कुटुम्ब-सम्बन्धी।
कोत्थुभ । पुं [कौस्तुभ] वासुदेव के वक्षःकोडूसग पुं [कोदूषक] अन्न-विशेष, कोदों की | कोत्थुह स्थल की मणि । एक जाति ।
कोथुम , कोड दे] देखो कुड्ड।
कोदंड पुं. धनुष । कोड्डम देखो कोट्टुम ।
कोदंडिम । कोड्डमिअ न [रत] रति-क्रीड़ा-विशेष। कोदंडिय
सूता।
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