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कुच्चग-कुडिअ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
२४७ करनेवाली।
कुट्टणा स्त्री [कुट्टना] शारीरिक पीड़ा। कुच्चग वि [कौर्चक] शर-नामक गाछ का बना कुट्टणी स्त्री [कुट्टनी] मूसल । दूती । हुआ।
कुट्टयरी स्त्री [दे] चण्डी, पार्वती । कुच्चग ) देखो कुच्च । कूँची, तृण-निर्मित | कुट्टा स्त्री [दे] पार्वती। कुच्चय । तूलिका।
कुट्टाय पु[दे] मोची। कुच्चिय वि [कुचिक] दाढ़ी-मूंछवाला। कुट्टितिया देखो कोट्टंतिया। कुच्छ सक [कुत्स्] निन्दा करना, धिक्कारना । | कुट्टिब [दे] देखो कोट्टिब । कुच्छ पु [कुत्स] ऋषि-विशेष । गोत्र-विशेष । | कुट्टिणी स्त्री [कुट्टिनी] दूती । कुच्छग पु [कुत्सक] वनस्पति-विशेष ।। कुट्टिम देखो कोट्टिम = कुट्टिम । कुच्छा स्त्री [कुत्सा] निन्दा, घृणा । कुट्ट पुन [कुष्ठ] पंसारी के यहाँ बेची जाती कुच्छि पुंस्त्री [कुक्षि] पेट। अड़तालीस कुठ । कोढ़ । अंगुल का मान । °किमि पु[कृमि] उदर में कुटु पु [कोष्ट] उदर । कोठा, कुशूल, धान्य उत्पन्न होनेवाला कीड़ा द्वीन्द्रिय जन्तु-विशेष । भरने का बड़ाभाजन । बुद्धि वि. एक बार धार पु जहाज का काम करनेवाला नौकर। जानने पर नहीं भूलनेवाला । देखो कोट, एक प्रकार का जहाज का व्यापारी। पूर | कोट्रग ।। पु. उदर-पूर्ति । वेयणा स्त्री [°वेदना] | कुट वि [क्रुष्ट]अभिशप्त । न. अभिशाप-शब्द । उदर का रोग-विशेष । °सूल पुन [°शूल] | कुटुग पुन [कोष्ठक] शून्य घर । रोग-विशेष ।
कुट्ठा स्त्री [कुष्ठा] इमली। कुच्छिभरि वि [कुक्षिम्भरि] पेटू. स्वार्थी । कुड पु [कुट] घड़ा, कलश । पर्वत । हाथी कुच्छिमई स्त्री [दे. कुक्षिमती] गर्भिणी। वगैरह का बन्धन-स्थान । पेड़ । कंठ पु. कुच्छिमद्दिका (मा) देखो कुच्छिमई ।। घड़ा के जैसा पात्र । 'दोहिणी स्त्री कुच्छिय वि [कुत्सित] खराब, निन्दित । [°दोहिनी] घड़ा भर दूध देनेवाली। कुच्छिल्ल न [दे] बाड़ का छिद्र । विवर ।
कुडंग पुन [कुटङ्क कुञ्ज । वन । बाँस की कुच्छेअय पु कौक्षेयक] तलवार ।
__ जाली, बाँस की बनी हुई छत । कोटर । कुज पु. वृक्ष ।
वंशगहन । कुजय पु. जूआरी।
कुडंग पुंन [दे. कुटङ्क] लता-गृह । कुज्ज वि [कुब्ज] कुब्ज, वामन । पुन. पुष्प- | कुडंगा स्त्री [कुटङ्का] लता-विशेष । विशेष ।
कुडंगी स्त्री [दे. कुटकी] बाँस को जाली । कुजय पु [कुब्जक] शतपत्रिका वृक्ष । न.
कुडंब देखो कुडुंब। उस वृक्ष का पुष्प ।
कुडभी स्त्री [कुटभी] छोटी पताका । कुज्झ सक [क्रुध्] गुस्सा करना।
कुडय न [दे] लता-गृह, कुटीर । कुट्ट सक [कु] कूटना, पीटना । काटना, | कुडय पुन [कुटज] कुरैया वृक्ष ।
छेदना । गरम करना । उपालम्भ देना। कुडव पु [कुडव] अनाज या अन्न नापने का कुट्ट पु [कुट] घड़ा।
एक माप । कुट्ट पुन [दे] कोट, किला । नगर । °वाल पु | कुडाल देखो कुड्डाल । [°पाल] कोतवाल ।
| कुडिअ वि [दे] वामन ।
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