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कुंडला-कुंभ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
२४५ °वरोभास पु [°वरावभास] द्वीप-विशेष । कुंताकुंति न [कुन्ताकुन्ति] बर्छ की लड़ाई । समुद्र-विशेष । °वरोभासभ६ पु [°वराव- | कंती स्त्री [दे] मंजरी, बौर । भासभद्र] कुण्डलवरावभास द्वीप का अधि- | कुंती स्त्री [कुन्ती] पाण्डवों की माता का ष्ठाता देव । °वरोभासमहाभद्द पु[°वराव- | नाम । °विहार पु. नासिक-नगर का एक भासमहाभद्र] देखो पूर्वोक्त अर्थ । °वरो
जैन मन्दिर । भासमहावर पु [°वरावभासमहावर] | कुंतीपोट्टलय वि [दे] चतुष्कोण, चारकोणकुण्डलवरावभास समुद्र का अधिष्ठायक देव
वाला, चौकोर । विशेष । °वरोभासवर पु[°वरावभासवर]
कथु पु [कुन्थु] एक जिन-देव, इस अवसमुद्र-विशेष का अधिपति देव-विशेष ।।
सर्पिणी काल में उत्पन्न सत्तरहवाँ तीर्थङ्कर कुंडला स्त्री [कुण्डला] विदेहवर्ष-स्थित नगरी
और छठवाँ चक्रवर्ती राजा। हरिवंश का विशेष ।
एक राजा । चमरेन्द्र की हस्ति-सेना का कुंडलिआ वि [कुण्डलिका] छन्द-विशेष ।।
अधिपति देव-विशेष । एक क्षुद्र जन्तु, त्रीन्द्रिय कुंडलोद पु [कुण्डलोद] इस नाम का एक
जन्तु की एक जाति । रामुद्र । कुंडाग पु [कुण्डाक] सन्निवेश-विशेष, ग्राम
कुंद पु [कुन्द] पुष्प-वृक्ष विशेष । न. पुष्पविशेष ।
विशेष, कुन्द का फूल । विद्याधरों का एक
नगर । न. छन्द-विशेष । कुंडि देखो कुडी।
कुंदय वि [दे] कृश, दुर्बल । कुंडिअ पुं[दे] गाँव का मुखिया । कुंडिअपेसण न [दे] ब्राह्मण विष्टि, ब्राह्मण
कुंदा स्त्री कुन्दा] मानिभद्र इन्द्र की पट
रानी। की नौकरी, ब्राह्मण की सेवा ।
कुंदीर न [दे] बिम्बी-फल, कुन्द्ररुन का फल । कुडिगा) स्त्री [कुण्डिका] नीचे देखो। कुडिया
कुंदुक्क पु [कुन्दुक्क] वनस्पति-विशेष । कुडिण न [कुण्डिन] विदर्भ दंश का एक
कुन्दुरुक्क पु [कुन्दुरुक] सुगन्धि पदार्थ विशेष ।
कुंदुल्लुअ पं [दे] उलूक । नगर । कुडी स्त्री [कुण्डी] कुण्डा, पात्र-विशेष ।
कुंधर पुं [दे] छोटी मछली। कुंढ देखो कुंठ।
कुंपय पुन [कूपक] तैल वगैरह रखने काकुंढय न [दे] चूल्हा । छोटा बरतन ।
पात्र-विशेष । कुंत पु [दे] तोता।
कुंपल पुंन [कुट्मल, कुड्मल] इस नाम का कुंत पु [कुन्त] भाला । राम के एक सुभट
एक नरक । कली। का नाम ।
कुंबर [दे] देखो कुंधर। कुंतल पु [कुन्तल] केश । देश-विशेष । | कुंभ पुं. साठ, अस्सी और एक सौ आढ़क की
हार पु. धम्मिल, बाँधे हुए बाल । नाप । ज्योतिष-प्रसिद्ध एक राशि । एक बाजा। कुतल पु [दे] सातवाहन । नृप-विशेष । भगवान् मल्लिनाथ का पिता । स्वनाम-ख्यात कुंतला स्त्री [कुन्तला] एक रानी।
जैन महर्षि, अठारहवें तीर्थङ्कर के प्रथम शिष्य । कुंतली स्त्री [दे] करोटिका ।
कुम्भकर्ण का एक पुत्र । एक विद्याधर सुभट कुतली स्त्री [कुन्तली] कुन्तल देश की रहने का नाम । परमाधार्मिक देवों की एक जाति । वाली स्त्री।
कलश । हाथी का गण्ड-स्थल । धान्य मापने
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