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कालिंदी-कास संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
२३५ कालिंदो स्त्री [कालिन्दी] यमुना नदी । कालोद देखो कलोय । शक्रन्द्र की एक पटरानी।
कालोदधि पुं [कालोदधि] समुद्र-विशेष । कालिंब पु [दे] शरीर । मेघ, बारिश । कालोदाइ पुं [कालोदायिन्] इस नाम का कालिग देखो कालिय = कालिक ।
एक दार्शनिक विद्वान् । कालिगी स्त्री [कालिकी] संज्ञा-विशेष, बहुत | कालोय पुं [कालोद] समुद्र-विशेष जो घातकीसमय पहले गुजरी हुई चीज का भी जिससे | खण्ड द्वीप को चारों तरफ घेर कर स्थित है। स्मरण हो सके वह।
काव । पुं[दे] काँवर, बोझ ढोने के लिए कालिज्ज न [कालेय] हृदय का गूढ मांस- | कावड ) तराजूनुमा एक वस्तु । 'कोडिय पुं विशेष ।
r°कोटिक] काँवर से भार ढोनेवाला । देखो कालिम पुस्त्री [कालिमन्]श्यामता, दागीपन । | काय = (दे) । काालय पु [कालिय] इस नाम का एक सर्प । | कावडि । स्त्री दि] काँवर । कालिय वि [कालिक] काल में उत्पन्न, काल
कावोडि सम्बन्धी । अनिश्चित, अव्यवस्थित । वह शास्त्र, | कावडिअ पुं [दे] वैवधिक, काँवर से भार जिसको अमुक समय में ही पढ़ने की शास्त्रीय ढोनेवाला । आज्ञा है । °दीव पु ["द्वीप] द्वीप-विशेष । कावध पुं [कावध्य] एक महाग्रह, ग्रहाधि
पुत्त पु[पुत्र] एक जैन मुनि जो भगवान् ___ष्ठायक देव-विशेष । पार्श्वनाथ की परम्परा में से थे। °सण्णि वि | कावलिअ वि [दे] असहिष्णु । [संज्ञिन्] कालिकी संज्ञावाला । °सुय न | कावलिअ वि [कावलिक] कवल-प्रक्षेप रूप [°श्रुत] वह शास्त्र जो अमुक समय में ही पढ़ा । आहार । जा सके । °ाणुओग पु [°ानुयोग] देखो |
कावालिअ पुं [कापालिक] वाम-मार्गी, अघोर पूर्वोक्त अर्थ।
सम्प्रदाय का मनुष्य । कालो स्त्री.विद्या-देवी-विशेष । चमरेन्द्र की एक | काविट्ट न [कापिष्ठ] देव-विमान-विशेष । पटरानी। वनस्पति-विशेष, काकजङ्घा । काविल न [कापिल] सांख्य-दर्शन । वि. श्यामवर्णवाली स्त्री। राजा श्रेणिक की एक सांख्य मत का अनुयायी। रानी । चौथी जैन शासन-देवी । पार्वती । इस काविलिय वि [कापिलीय] कपिल मुनिनाम का एक छन्द ।
सम्बन्धी । न. कपिल-मुनि के वृत्तान्तवाला कालुण न [कारुण्य] दया। °वडिया स्त्री एक ग्रन्थांश । 'उत्तराध्ययन' सूत्र का आठवाँ
[°वृत्ति भीख माँग कर आजीविका करना । अध्ययन । कालुणिय ) देखो कारुणिय ।
काविसायण देखो कविसायण । कालुणीय ।
कावी स्त्री [दे] नीलवर्णवाली, हरे रंग की कालय पु [दे] अश्व की एक उत्तम जाति । चीज । कालुसिय न [कालुष्य] मलिनता ।
कावुरिस देखो कापुरिस । कालुस्स न [कालुष्य] कलुषपन ।
कावेअ न [कापेय] वानरपन, चञ्चलता। कालेज न [दे] तापिच्छ ।
कावोय वि [दे] काँवर वहन करनेवाला । कालेय न. काली देवी का अपत्य । सुगन्धि द्रव्य- | कास देखो कड्ढ = कृष । विशेष, कालाचन्दन । कलेजा ।
कास अक [कास्] रोग-विशेष से खराब
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