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उवह-उवायाय संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
१७७ उवह अ [दे] 'देखो' अर्थ को बतलानेवाला कार्य में लाना । अव्यय ।
उवहुत्त देखो उवभुत्त। उवहट्ट सक [समा + रम्] शुरू करना। उवाइकम सक [उपाति + क्रम्] उल्लंघन उवहड वि [उपहृत] उपढौकित, उपस्थापित । | करना। भोजन-स्थान में अर्पित भोजन ।
उवाइण सक [उपाति+नी] गुजारना । उवहण सक [उप+हन्] विनाश करना। उवाइण सक [उप+याच्] मनौती करना । आघात पहुँचाना।
उवाइण सक [उपा+दा] ग्रहण करना । उवहत्थ सक [समा + रच्] रचना, उत्तेजित
प्रवेश करना। करना।
उवाइणाव सक [अति + क्रम्] उल्लंघन उवहम्म° देखो उवहण।
करना । गुजारना। उवहय वि [उपहत] विनाशित । दूषित ।।
उवाइय देखो उवयाइय । उवहर सक [उप+ह] पूजा करना । उपस्थित
उवाई स्त्री [उलावकी] पोताकी-नामक विद्या
की प्रतिपक्षभूत एक विद्या । करना । अर्पण करना।
उवाएज्ज । वि [उपादेय] ग्राह्य । उवहस सक [उप+हस्] उपहास करना।
उवाएय उवहा स्त्री [उपधा] माया, कपट ।
उवागच्छ । सक [उपा+ गम्] समीप में उवहाण न [उपधान] तकिया। तपश्चर्या ।
उवागम ) आना। उपाधि ।
उवागमण न [उपागमन] समीप में आगमन । उवहार पुं [उपहार] भेंट । विस्तार ।
स्थान, स्थिति । उवहारणया देखो उवधारणया।
उवागय वि [उपागत] समीप में आया हुआ । उवहारिअ वि [उपधारित] अवधारित ।
प्राप्त । निश्चित । उवहारिआ स्त्री [दे] दोहनेवाली स्त्री।
उवाडिय वि [उत्पाटित] उखाड़ा हुआ। उवहारी )
उवाणया । स्त्री [ उपानह ] जूता । उवहारुल्ल वि [उपहारवत्] उपहारवाला ।
उवाणहा ) उवहास पुं[उपहास] हंसी।
उवादा सक [उपा + दा] ग्रहण करना । उवहास वि [उपहास्य] हँसी के योग्य । उवादाण न [उपादान] ग्रहण । कार्यरूप में उवहासणिज्ज वि [उपहसनीय] हास्यास्पद ।
परिणत होनेवाला कारण । ग्राह्य । उवहि पुं [उदधि] समुद्र ।
उवादिय वि [उपजग्ध] उपभुक्त । उवहि पुंस्त्री [उपाधि] माया, कपट । कर्म । | उवाय पुं [उपाय] हेतु, साधन । दृष्टान्त । उपकरण ।
प्रतीकार। उवहिंड सक [उप+ हिण्ड्] पर्यटन करना । उवाय सक [उप + याच] मनौती करना । उवहिय वि [उपहित] उपढौकित, अर्पित । | उवायण न [उपायन] भेंट । स्थापित । न. उपढौकन, अर्पण।
उवायणाव देखो उवाइणाव । उवहिय वि [औपाधिक] माया से प्रच्छन्न | उवायाण देखो उवादाण । विचरनेवाला ।
उवायाय वि [उपायात] समीप में आया उवहुंज सक [उप + भुज्] उपभोग करना, J हुआ ।
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