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हुआ।
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
अवयास-अवरूव अवयास देखो अवगास।
अवरद्ध न[अपराद्ध] अपराध । वि. अपराधी । अवयास [श्लेष]आलिंगन ।
विनाशित । अवयासाविय वि [श्लेषित] आलिंगन कराया | अवरद्धिग वि [अपराधिक] अपराधी, दोषी।
पु. लूता-स्फोट । सर्पादि-दंश । अवयासिणी स्त्री [दे] नाक में डाली जाती | अवरद्धिग । पुंस्त्री [अपराधिक] सर्पदंश । डोर।
अवरद्धिय । फुनसी, छोटा फोड़ा। अवर वि [अपर] अन्य, दूसरा, तद्भिन्न । | अवरा स्त्री [अपरा] विदेहवर्ष की एक नगरी। °हा अ [°था] अन्यथा ।
पश्चिम दिशा। अवर स [अपर] पिछला काल या देश । | अवराइया देखो अपराइया । पिछले काल या देश में रहा हुआ, पाश्चात्य । । अवराइस देखो अण्णाइस । पश्चिम दिशा में स्थित। कंका स्त्री | अवराजिय देखो अपराइय । [°कङ्का] घातकी-खंड के भरतक्षेत्र की एक अवराजिया देखो अपराइया। राजधानी । इस नाम के 'ज्ञातधर्मकथा' सूत्र | अवराह पु[अपराध] गुनाह । अनिष्ट, बुराई । का एक अध्ययन । °ण्ह (ह्न) दिन का | अवराह पु [दे] कटी । अन्तिम प्रहर । दिन का उत्तरी भाग । | अवराहिय न [अपराधित] अपराध । अपकार, दाहिण [दक्षिण] नैऋत्य कोण । वि. ___ अनिष्ट, अहित । नैऋत्य कोण में स्थित । दाहिणा स्त्री | अवराहत्त बि [अपराभिमुख] पराङ्मुख । [°दक्षिणा] पश्चिम और दक्षिण दिशा के | पश्चिम दिशा की तरफ मुंह किया हुआ। बीच को दिशा, नैऋत्य कोण । °फाणु स्त्री | अवरि । [°पाष्णि] एड़ी, अड्डी का पिछला भाग । | अवरिं अ [उपरि ऊपर । राय पु [रात्र] देखो अवरत्त = अपर
अवरिक वि [दे] अनवसर। रात्र । °विदेह पुं. महाविदेह नामक वर्ष का
अवरिगलिअ वि [अपरिगलित]पूर्ण, भरपूर । पश्चिम भाग । विदेहकड न [विदेहकूट]
अवरिज वि [दे] अद्वितीय, असाधारण । पर्वत-विशेष का शिखर-विशेष । देखो अपर ।
अवरिल्ल वि [उपरि] उत्तरीय वस्त्र, चादर । अवरंमुह वि [अपराङ्मुख] संमुख । तत्पर । | अवरिल्ल वि [अपरीय] पाश्चात्य, पश्चिम अवरच्छ देखो अपरच्छ ।
दिशा सम्बन्धी। अवरज पु[दे] गत दिन । आगामी दिन । | अवरिहड्ढपुसण न [दे] अकोत्ति, अजस । प्रभात, सुबह ।
असत्य । दान । अवरज्झ अक[अप + राध्] गुनाह करना । | अवरुंड सक [दे] आलिङ्गन करना। नष्ट होना।
अवरुत्तर पु [अपरोत्तर] वायव्य कोण । वि. अवरत्त पु [अपररात्र, अवररात्र] रात्रि वायव्य कोण में स्थित । का पिछला भाग।
अवरुत्तरा स्त्री [अपरोत्तरा] वायव्य दिशा । अवरत्त वि [अपरक्त]विरक्त,उदास । नाखुश । अवरुद्ध वि. घिरा हुआ। अवरत्तअ । पु[दे] पश्चात्ताप । अवरुप्पर देखो अवरोप्पर । अवरत्तेअ )
| अवरुह अक [अव + रुह.] नीचे उतरना। अवरदक्षिणा देखो अवर-दाहिणा। अवरुव देखो अपुव्व।
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