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तित्थयरत्त ]
which a man gets a family name of Tirthaikara नाया० ८; -णामबंध.पुं० (-नामबन्ध) तीर्थ४२ नामभांधते. तीर्थंकर नामकर्म बांधना, the bondage known as Tirthankara Nama - Karma नाया० ८;
- णिग्गम. न. ( - निर्गम ) तीर्थं:२ गृहपास छोडी निकले ते. तीर्थकर का गृहवास छोड कर निकलना. renouncing the worldly effects on the part of a Tirthankara ( २ ) तीर्थर हीक्षा वर्णन तय तीर्थंकर का दीक्षा समय का तप the penance at the time of Diksa on the part of a Tirthankara पंचा० १६, ६; -भत्ति. स्त्री० (-भक्ति ) नीर्थंकरनी लति विनय तीर्थंकर का भक्ति-विनय devotion to & Tirthankara, पंचा० १,३७: –मोक्खगमणतवः न० ( - मोक्षगमन तपस ) तीर्थ२ निर्वाणु पामती मते जे
ते तीर्थंकर निर्वाण को प्राप्त करने के समय जो तप करे वह penance of a Tirthankara at the time of sal vation. तिथयर मोक्खगमणं श्रहावरो एत्थ होइ विशे ठा० ८ – वज्जिय. त्रि० (-वर्जित) तीर्थ: शिवायनुं तीर्थंकर के सिवाय. except a Tirthankara. प्रव ५२८, - समीव न० ( - समीप ) तीर्थंनी सभीये. तीर्थंकर के पास in the vicinity of or near a Tirthankara प्रव० ६१८६ – सिद्ध. पुं० (-सिद्ध) तीर्थ १२५ सिद्ध धनार. तीर्थंकरपने से सिद्ध होने वाला. (one) becoming Siddha in the state of a Tirthankara. नंदी ० तित्थयरत्त न० ( तार्थङ्करत्व ) तीर्थं२ गुं तीर्थंकरपना. Tirthankara hood. प्रब०
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[ तिदुल
३२०; नाया० ८
तित्थुगालिय न० ( तीर्थोलिक ) येनाभनु मे पर्धन्तु शन्नाभानुं खेड. इस नाम का पन्नाः दश पन्नाओं में से एक. One of the ten Painnas (minor scripture ) so named. तित्थु • तिदंड. पुं० ( त्रिदण्ड ) संन्यासीनुं ये तनुं
२; त्रिएडीनी लाउडी, संन्यासीका एक प्रकार का उपकरण; त्रिदंडी की लकडी. A stick of a wandering ascetic. नाया० ५ ; ( २ ) तेने धारण ४२नार. उसको धारण करने वाला. ( one ) accepting or holding it. भग० २, १: तिडि पुं० ( त्रिदण्डिन् ) ऋजु ६९९ धारण
इनार - संन्यासी; त्रि:डी. तीन दंड धारण करने वाला संन्यासी; त्रिदण्डी A San yäsi; ( an ascetic ) who holds & particular sticks. प्रव० ७३६; तिइंडिय. न० ( त्रिदण्डिक ) संन्यांसीने रा ખવાની લાકડી કે જેના યેગથી ત્રદણ્ડી કહેवाय छे ते. संन्यासी को रखने की एक लकड़ी एक जिसके कारण वह त्रिदण्डी कहलाता है. An ascetic known as Tridandi ओव० ३६;
तिदिस. न ( त्रिदिश्- त्रिस्त्रो दिशः समाहृता स्त्रिदिव ) या हिशाभांनी गमे ते ऋणु दिशा. चार दिशाओं में से कोई भी तीन दिशा. Any three of the four quarters. राय •
तिदिति प्र० (* त्रिदिश्- तिसृणां दिशां समाहार: त्रिदिक् ) दिशा; त्रगु भालु. तीन दिशा; तीन ओर Three sides. जं० प० ५ ११४ ११६; राय० १५१; तिदुल. त्रि० ( त्रिदोल ) भन, वयन अने डायाने डावनार मन, वचन और काया को विचलित करने वाला ( Anything )
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