________________
अजीब ]
(१००)
[अजीव
करना-स्वरूप बताना. defining and explaining the nature and varieties of inanimate matter. "से किं तं अजीवपण्णवणा! अजीवपण्णवणा दुविहा पण्णता, तंजहा रूविधजीवपरणवणा अरूविधजीवएण्णवणा य” पन्न० १;
-पद. न० (-पद) पन्न । सूत्रना पायमा पहनुं नाम. पन्नवणासूत्र के पांचवें पद का नाम. name of the fifth part of Pannavana Sitra. भग० २५, ४-परिणाम. पुं० (-परिणाम) बंधन, गति पोरे 2104न। परिणाम. बंधन, गति आदि अजीव का परिणाम. transformations of inanimate matter resulting in molecular bondage, motion etc. "दसविहे अजीवपरिणामे पएणत्ते संजहा बंधणपरिणामे गइयपरिणामे ठाणपरिणामे भेदवन्नरसपरिणामे गंधपरिणामे फासपरिणामे गुरुलहुयसहपरिणामे" ठा. १०; भग० १४, ४;-पाउसिया. स्त्री० (-प्राद्वेषिकी) १७५५४ार्थ-५५२० वगेरे ઉપર ટૅપ કરવાથી લાગતી ક્રિયા-કર્મબન્ધ. अजीब पदार्थ के साथ द्वेष करने से जो कर्मबंध हो वह. Kriya or Karma incurred by despising things devoid of life. भग० ३, ३; ठा०२, १;-पाडच्चिया. स्त्री० (प्रातीतिकी-अजीवं प्रतीत्य यो रागद्वेषोनवस्तज्जो यो बन्धः सा, अजीवप्रातीतिकी) 40 प्रत्ये रागद्वेष ४२वाया लागતે કર્મબંધ; પાચિયા ક્રિયાનો એક ભેદ. अजीव से रागद्वेष करने से जो कर्मबंध हो वह; पाडुचिया क्रिया का एक भेद. Karma incurred by showing fondness for or hatred towards things devoid of life; a variety of Paduchchiya Kriya. ठा. २,१;-पुट्टिया.
स्त्री० (*पृष्टिका-स्पृष्टिका) अपने रागद्वेष સ્પર્શ કરવાથી લાગતી ક્રિયા-કર્મબંધ; पुदिया प्रियान मेले. अजीव को रागद्वेष रूप भावों से स्पर्श करने से जो कर्मबंध हो वह; पुट्ठिया क्रिया का एक भेद. Kriya or Karma incurred by touching things devoid of life with feel. ings of love or hatred; a variety of Putthiya Kriya. ठा. २, १; -प्पएस. पुं० ( -प्रदेश) २५००व्या પ્રદેશ; અજીવ દ્રવ્યનો ઝીણામાં ઝીણે ભાગ२७धनी साथे साल ५२मा. अजीव द्रव्य का प्रदेश; अजीव द्रव्य का छोटे से छोटा हिस्सा. the minutest part of a thing devoid of life; atoms forming aquarter molecule. भग० १०, १; १६,८;-भाव.पुं०(-भाव) म००वना पर्याय. अजीव का पर्याय. various forms of things devoid of life. विशे० ३३४५; --भावकरण. न० (-भावकरण) स्वाभाવિકરીતે વિસસા ભાવે વાદળા વિગેરેનું रूपान्तर थाय छे ते. स्वाभाविक रीति से मेघ आदि का जो रूपान्तर होता है वह. changes that are naturally produced in matter such as clouds etc. विशे० ३३४२;--मिस्सिया. स्त्री० (-मिश्रिता ) सत्यभूषा लापानी એક ભેદ; જ્યાં ઘણું માણસ મરી ગયેલ છે ચેડા જીવતા હોય ત્યાં એક બોલે છે “ અહો આ બધા મરી ગયેલ છે” આમાં કંઈ સાચું અને કંઈ ખોટું અને વળી તે અજીવ આશ્રિત માટે અજીવમિશ્રિત સત્યમૃષા. सत्यमृषा भाषा का एक भेद; जहां बहुत मनुष्य मरगये हों और थोड़े जीवित हों वहां ऐसा कहे कि "सब मर गये"इसमें सत्य और मंठ दोनों मिले हैं और फिर यह कथन
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org