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अगय]
(६६)
[ अगहण
रतिक्रीड़ा के अयोग्य; मा, बहिन आदि. पदार्थ. Aloe wood; a kind of fragrthose with whom sexual connec- ant Sundal wood. " कुठं तगर tion is prohibited; e. g. a mo- अगुरुं संपिटं सम्ममुसिरेणं "सूय०१, ४,२,८; ther, a sister etc. पराड्० १, २; जर्जावा० ३,४:-गंधिय.त्रि०(-गन्धित) मगर -~-गामि. पुं० (-गामिन् ) मा, माईन कोरे यहनना ५५ आपेस. अगर चन्दन से धूप साथे व्यनियार सेवनार. मा, वहिन वगैरह दिया हुआ. perfumed with the के साथ व्याभिचार करने वाला. an inces- incense of sandal wood etc. tuous person. परह. २, १;
तण्डु०-पुड. पुं०(--पुट) मारने पु.. अगय. त्रि० (अगत ) नहि गमेस. नहीं गया ATT Fry?). a packet of aloe wood.
हुआ. Not gone. भग० ८, ७; ११, १०; "अगरुपुडाणं वा लवंगपुडाणं वा वासपुराणंअगर. पुं० (श्राकर) मा-माथी सोनु, थें। वा" जं. ५०-चर. पुं० (-वर) ९२;
वगेरे पनि पार्थ नागे ते. खान. A सा। 247२. कृष्णागर; काला अगर. black mine; e. g. of gold, silver etc. | aloe wood. नाया०१७; अणुजो० १३१; (२) मीना २२. निमक अगरुलहु. त्रि०(अगुरुलधु) नुस। “अगुरुलहु" की क्यारी. a salt pan. अणुजो० १३३;
salt pan. अणुजा० १३३; | श६. देखो ‘अगुरुलहु' शब्द. Vide अगर. पुं० ( अगर ) 4॥२-1 बननाय५- "अगुरुनहु". क. गं ० १, २५;
सुधा पार्थ. अगर धूप. A kind of ! अगलुअ.पुं० (अगरुक) २८१२; १५२.अगर; incense. अणुजो० १३३;
एक जाति की मुगन्धित लकही. Black अगरला. स्त्री० (अगरला) हे पालीन अंदर ____ aloe woul. ओव० ३८;
सक्ष२, अर्थ कोरे २५ष्ट हाय ते वाली स्पष्ट अगविट्ट वि० (अगवेषित) मा।हिनी गवरअक्षर और अर्थ वाली वाणा. Distinct
(२५-तपास नदि ५२३. बिना खाजा हुआ श्राहाand perspicuous speech. “अगर- TIE. Not sought or searched (e. लाए अमम्मणाए सव्वक्खरसरिणवायाए" g. fond etcc ). "अगविठुस्स उ गहणं न ( 'अगरलाएत्ति' सुविभक्ताक्षरतया). अोव० होई न य अगहियस्स परिभोगो"पिं नि०७८;
अगवेसिय.सं. कृ.अ. (अगवषित्वा) गोप्या अगरहिय. त्रि० (अगर्हित)ो पानी गा. विना; शोध-तपास या वग२. विना खोजे. निहा नथी २६ ते. जिसने पाप की निंदा न Without having searched. foreta की हो. ( One) who has not expr:- २, ४८, ४, १९; ६, ७,१५,३४; essed censure for sins.पण्ह० १,२; श्रगहण. त्रि. (अग्रहण) पुस । अगरिह. त्रि० (अगी) भनिन्ध; निहाने योग्य દારિકાદિ શરીરરૂપે ગ્રહણન થઈ શકે તે.
नलिते. निंदा के अयोग्य; अनिंद्य. Unwor- जिस पुद्गल वर्गणा का औदारिकादि शरीर रूप thy of censure or blame."तहावि से से ग्रहण न होसके वह. Material moअगरिहे अचेले जे समाहिए'आया० १,८, lecules which are nonassimila८, १४;
ble into the physical body. अगरु.न. (अगरु ) मगरहन; मे जतन क. गं. ५, ७५;-अंतरिय. त्रि
सुगंधी ५६ार्थ. अगर; एक जाति का सुगन्धित | (-अन्तरित) सन २० । तेवी वर्गाने
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