SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 265
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश मार्गणा विशेष ૭ गुणस्थान | जीव पर्याप्त गुण अपर्याप्त स्थान समास ५ सामान्य २ १ पर्या देश ही) ८ ६ सामान्य ६७ सामान्य 1 १ प्रमत्त ४. उपशम सम्यक्त्व - पर्याप्त १ १ (पर्या. अप्रमत्त सं. प. ही) सामान्य ८ १ ६ सं. प. पर्याप्ति २ सं. प सं. अप ८ ४-११ पर्याप्ति ६/६ ६ पर्याप्ति अपर्या २ ६/६ ४-११ संप. ६ पर्याप्ति स अप ६ अपर्याप्त पर्याप्ति १ ६ सं.प. ६ अपर्याप्त प्राण ༢༠ १०/७ १० १०/७ १० संज्ञा ४ आ. रहित असं ज्ञा ४ १ असज्ञा c गति इन्द्रिय काय ४ २ वि. मनु. ~ HD १ ४ ४ १ पं. A १ प. १ पं. art १ पं. A प. १ ह त्रस मन४, वच ४. बी. १ १ त्रस १ त्रस 2 २० प्ररूपणाएँ योग १ त्रस ११ मन४, बच.४, at.1.07.2 င် मन४, बच. ४. औ. १ १२ मन४, वच ४ औ. १, वै. २, कार्मण १ १० त्रस मन४, बच. ४. औ. १, बै.१. वेद कषाय ३ ४ ३ | ४ ३ ४ ३ ४ अपगत * ३ ४ अपगत उप. क. ज्ञान لله १ ३ श्रुत, मति, बुत, देश सं. केवल अवधि मिना 20 ४ ३ मति, श्रुत, सा, छे, अवधि, मन परि 20 संयम ४ 4. ३ मति, श्रुत, सा, छे, अवधि, मन परि ४ दर्शन अवधि मन रहित ३ केवल मिना ३ केवल बिना ३ केवल बिना ४ मति घुत परि अव मनः रहित बिना $ लेश्या द्र. भा, ६ ३ भव्य १ शुभ भव्य १ शुभ भव्य སྠཽ ཨ शुभ भव्य १ भव्य सम्य. १ क्षयो. क्षयो, १ क्षयो. औप or १ भव्य श्री. संज्ञित्व आहा उपयोग १ १ २ संज्ञी आहा साकार, अना. संज्ञी १ २ आहा साकार, अना. १ २ संज्ञी आहा साकार, अना. १ २ २ संज्ञी आहा साकार, अना. अना, १ २ २ संज्ञी आहा साकार, अना, अना. ট सत् २५८ २. सत् विषयक प्ररूपणाएँ
SR No.016011
Book TitleJainendra Siddhanta kosha Part 4
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendra Varni
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year2000
Total Pages551
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy