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द्रव्यकी अपेक्षा
क्षेत्रकी अपेक्षा
कालकी अपेक्षा
संख्या
मार्गणा
गुणस्थान
प्रमाण
ष.खं.
प्रमाण
असं, का प्रमाण
प. खं.
प्रमाण
-
४
-
→
असंयतवत
-
मिथ्यादृष्टि सम्यग्दृष्टि सा. क्षायिक सम्यग्दृष्टि
9mm
→
ओघवत्
-
४
।
n -
उपशामक क्षपक
"
८
ओघवत्
'वेदक. सम्यग्दृषि उपशम सम्यग्दृष्टि
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जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश
→
ओघवत्
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१०९
सासादन सम्यग्दष्टि सम्यग्मिथ्याष्टि मिथ्यावृष्टि १३. संशी मार्गणा:संझी असंही संज्ञी
(गो. जो./भू. व टी./ ६६३/११०८ )
| देव+कुछ
→ असं यतवत्
-
TTE
देव + कुछ
های حمام ماله مالم
२-१२
३४४
.
ओघवत् अनं लोक
अनं.उत. अव. से अनपहृत
me
असंज्ञी १४. आहार मागणा
आहारक
{ गो. जो./म. व टी./ ६७१/१९९१
अनं. उत. अव. से अनपहृत
अनं. लोक
७४
अनाहारक आहारक
३. संख्या विषयक प्ररूपणाएँ
-
अनाहारक
१,२४,१३,
→ ओधवत् + →कार्मण काययोगीवत् - → ओघवत
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