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जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश
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नं०
१
२
४
५
હ
ハ
ह
२. वर्तमान चौबीसी के पूर्व मध नं २ (देवसे पूर्व) का परिचय
2 2 2 2 2 or
१०
१२
१३
१. मानका
नाम निश
११ श्रमान्स
१७
१८
१६
२०
प्रमाण
| (दे० अगली सूची)।
बाहपूज्य निमनाथ अनन्तनाथ १४
१५ | धर्मनाथ
२१
२२
२३
२४
ऋषभनाथ
अजितनाथ
सम्भवनाथ
पद्मप्रभु
सुपार्श्व
चन्द्रप्रभ
पुष्पदन्त
शोतलनाथ
१६ शान्तिनाथ
अभिनन्दन ५०/६६ सुमतिनाथ ५१/८६
कुन्धु नाथ
अरहनाथ
मन्तिनाथ
२. पूर्व भवनं० २ येन गतसे पूर्व के नाम
महापुराण सर्ग / श्लो० नाम
मुनिसुव्रत
नमिनाथ
नेमिनाथ
पार्श्वनाथ
वर्तमान
४७/३५७
४८/५४
४६/५६
वज्रनाभि विमलवाहन
विमलवाहन
५५/६२
*4/43
महाबल रतिषेण
2-२/००
अपराजित
२२/५६ नन्दिषेण
५४/२०६
पद्मनाभ
महापद्म
पद्मगुल्म
नलिनप्रभ ५०/६६
५०/५०
पचोत्तर
LEBR
पद्मसेन
६०/४८ पद्मरथ
६१/२४ दशरथ
६३/५०४
मैचरथ
सिहरव
धनपति
68/18
६५/५०
46/64 वैश्रवण
६०/६०
६६/०१
हरिवर्मा
सिद्धार्थ
७२/२०७
सुप्रतिष्ठ
७३/१६६ आनन्द
भारत नन्द
१.१./२०/१८-२४ ६.पू./१०/
१२०-१२५
वज्रनाभि
वज्रनाभि विमलवाहन
विमल
विख्यात विपुलवाहन
विपुल वाहन
महाबल
अंतिमत
अपराजित
नन्दिषेण
पद्म
महापद्म
पद्मोत्तर
पङ्कजगुल्म
नलिनगुल्म
पद्मासन
पद्मरथ
दृढरथ
महामेघरथ सिहरय
श्रमण
श्रीधर्म
सुरश्रेष्ठ
सिद्धार्थ
आनन्द
सुनन्द
महाबल
अतिनल
अपराजित
नन्दिवेश
पद्म
महापद्म
पद्मगुल्म
नलिनगुल्म
पद्मोत्तर
पद्मासन
पद्म
दशरथ
मेघरभ
सिंहरथ
धनपति
वैश्रवण
श्रीधर्म
सिद्धार्थ
सुप्रतिष्ठ
आनन्द
नन्दन
३. क्या थे
म.पु. / सर्ग / श्लो
Pelkk ४८/४
४६/२
५०/३
20/0
१/२
१३/२
५४१४३
२६/२
५६/२
북미주
१८/२
५६/३
६०/३
६१/३
६३/१८४
६४/२
६५/२
८६/२
६०/२
६६/६-१०
100/18
७३/६१.
७४ / २४३
"
चक्रवर्ती
वज्रसेन
मण्डलेश्र महातेज
रिपुदम
"
13
13
"
57
49
19
४. पिताओंके नाम
RRER R
१.५/२०/
२५-३०
स्वयंप्रभ
बिमलवाहन सीमन्धर
पिहितास्रव अरिन्दम
युगन्धर सर्वजनानन्द
अभयानन्द
वज्रदन्त
वज्रनाभ
सर्व गुप्ति
गुतिमान्
चिन्तारक्ष | ( घनरथ तीर्थं कर
१६४) विपुलवाहन
घनरव
धीर
संवर
त्रिलोकीय
सुनन्द
डामर
प्रौष्ठित
E.3./40/
१५८-१६३
वज्रसेन
अरिन्दम
स्वयंप्रभ
पिहितास
अरिन्दम रिदम
५. पूर्व मनके देश व नगरके मान
१. प. पु. २०/१४-१० २६०/६०/१४२-१४६ म.पू./ सर्ग / स्वी०
विमान ५०/२
सीमन्धर
१९१/८
४८/४
४६/२
सुनन्द
नन्द
युगन्धर सर्वजन ५५/२
उभयानन्द ५६/२
५४/११०
वज्रदत्त ५७/२
वज्रनाभि १८/२
सर्व गुप्त
५६/३
६०/२
त्रिगुप्त चित्तरक्ष चितर ६१/२
विमलवाहन ६३/१४२
दामर प्रौष्ठिल
धनरथ ६४/२
संवर
वरधर्म
. रत्नसंचय
१ सुसीमा
धारा. वि. पुण्डरीकिजी १ ५१/३
५२ / २
१३/२
६६/२
६६/२
미국
६८/२
व्यतीतशोक ७०/५०
जम्बूनि पुण्डरीकगी
" " सुसीमा
99
मपुरी
७३ /४१ ७४/२४२
"
31
11
"
39
" 19
रत्नसंचय १ क्षेमा पुष्कर. नि. पुण्डरीकिमी १ सेना क्षेमा
"1
.. रत्नसंचय
"
धात, विदेह महानगर
अरिष्टा • सोना
जम्मू वि. पुण्डरीकिणी
:::::
..] सीमा
"
[१] [मपुरी
"
"
·· सीमा
11
सेमपुरी
"
" भरत चम्पापुरी
कौशाम्बी
11
" सुखीमा
• सेमपुरी
"
, वीतशोका
प्रमाण विशेष
न०
" हस्तन। गपुर
अयोध्या
१ पुण्डरीकिणी
१-२ १.
"1
" छत्रपुर
31
२. रत्नसंचय
१ रत्नसंचयपुरी
१२१. माविका २. महिलपुर
२ रत्नसंचय
१ नागपुर
तोर्थंकर
३७८
५. तीर्थंकर परिचय सारणी