________________
इतिहास
९. पौराणिक राज्यवंश
अन्धकवृष्णि
१८/१२-५१
समुद्र विजय अक्षोभ्य स्तिमितसागर हिमवान विजय
अचल
धारण
अभिचन्द्र बसुदेव कुन्ती मद्री
महानेमि सत्यनेमि दृढनेमि अरिष्टनेमि
वासुकि द पर
. धनञ्जय दुम ख कर्कोटक तुर्दश शतमुख दुर्धर विश्वरूप
शशाडू चन्द्राभ
उद्भव ऊर्मिमान विद्युत्प्रभ निष्कम्प महेन्द्र अम्भोधि बसमान माल्यवान अकम्प मलय जलधि बीर गन्धमादन बलि सह्य वामदेव पाताल
यगन्त गिरि दृढवत स्थिर
केशरिन शैल अजम्बुष नग
अचल
* पाण्डु राजासे
विवाही
शशिन्
(इसकी सन्तति दे. नीचे)
सुनेमि
सोम
अमृतप्रभ
---
जयसन महोजय सुफलगु तेजसेन मय मेष शिवनन्द गौतम आदि
→ ४८/४३-५२
बसुदेव की २३ खियाँ व उनकी सन्तान (हपु ४८/५४-६६)
१ विजयसेना २ श्यामा ३ गन्धर्वसेना ४. पद्मावती ५. नीलयशा ६. सोमश्री
७. मिनी - कपिला
लन...
अग्निवेग
वायुवेग अमितगतिमहेन्द्रगिर
दारु ....
मतंगज..
नारद ..
ज्व
६ पद्मावती
१० अश्वसेना ११ पौण्डा
१२. रत्नवती १३. सोमदत्तकी पुत्री १४. वेगवती
१५. मदनवेगा
१६ बन्धुमति
..
अश्वमेन
रत्नगर्भ
पद्मक
चन्द्रकान्त
Halb
J.. ahe
सुगर्भ
शशिप्रभ
वेगवान
वायुवेग
Bb
सिहसेन ...
अनावृष्टि
हिममुष्टि बन्धुसेन
.
१७ प्रियगुसुन्दरी १८ प्रभावती
१६. जरा
२० अवन्ती
२१ रोहिणी २२ बालचन्द्रा
२३ देवकी
(ह पु ३३/१७०,३५/३)
•
शिलायुध
-जरत्कुमार "
पिइल
kell
DI
महारथ
दुर्मुख
बलदेव
अमितप्रभ अनीकदत्त . देवपाल नृपदत्त अतीकपाल शत्रुधन নিরহাণু। कृष्ण
सारण विदुरथ
অল্পছু।
.. वसुध्वज .. भीमवर्मा .. सुवसु
(ह पु.४८/६६/६८)
...
.
कापिष्ठ ।
अजातशत्रु.
... जितारि . प्रकृतिद्य ति - जितशत्रु .
" इत्यादि । " उन्मुण्ड ... शत्रुसेन
• निषध चारुदत्त शकृन्दमन ... श्रीध्वज पीठ नन्दन धीमान दशरथ देवनन्द शान्तनु
पृथु : विद्रुम ... .
... प्रसेनजित ... शतधनु चारुकृष्ण - रोमशेग्य चन्द्रवर्मा ... महाधनु
.. .
. महाभानु । सुभानुक । गम्भीर ... अग्निशिख सुभानु विष्णुसंजय महासेन . वसुधर्मी . वृहद्रथ अकम्पन भानु घोर उदधि गौतम सुचारु देवदत्त सूर्य भरत इत्यादि प्रद्य म्न शङ्ख शम्ब
धव
नरदेव
ह पु.४८/६७-७२
भीम
२३
जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org