________________
१९८
हिन्दी-गुजराती धातुकोश
याच-याच तथा जाच; रंज-रंज+, रच-रच; रट, रव; रसा-रस; राध, रिस, रेख-रेख लिख-लख; लुप, लेट-लेट; लेोच, लाभ-लाभा
वंछ-वांछ; वध-वधा वाल, विकला, विकस-विकस; वितर-वितर; विदल, विध, विभूष, विभेद-विभेद विमोच-विमोच; विमाह-विमोह; विलंब-विलंबा; विलोप-विलाप; विवद, वेल, व्यतीत, व्यापच्याप
शिथिला, शूल, शंगार, शोध-शोध; शोष-शोष
संकेत-संकेत; संकेोप, संक्रम-संक्रम; संताप-संताप; संतोष-संतोष; संधान, संवोध-संवोध; संभ्राज, सदर्थ, समर्प-समर्प; समाचर, समाधान, सम्राज, सरस, सशंक, सस, साध-साध; सीद, सूद, सृज-सर्ज, स्फुर-स्फुर; स्त्रव-स्रक; स्वच्छ, स्वीकार-स्वीकार
हत, हर्ष-हर्ष; हुत, होम-होम
विला, वित, विष, विष, विभेद-विभेद
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org