________________
२. देशज धातुएँ [प्राकृत, अपभ्रंश आदि में प्रयुक्त (हिन्दी की पूर्वप्रचलित) देशज धातुओं को चिह्नित (0) किया गया है।
अंगडा, अँगुसा, अँगेज, अँटिया-अटवा+, अॅडर, अँदा, अऊल, अक, 0अकड़-अकडा; अकरख, अकस, अकास, अखर, अखाँग, अखुट, अगट, अगुता, अगूठ, अगोट, अचकचा, अछक, 0अट-अट; अटक-अटक; अटकल-अटकळ; 0अटेर-अटेर; 0अड़-अड तथा अडक+, अड़प, अड़रा, अड़ा, अडार, अडूल, अद, अदव, अदुक; 0अथा-आथम; अदबदा, 0अनखा-अणख, अनग, अनर, अनरस, अनवाँस, अनसा, अनैस, अपड़, अपड़ा, अपस, अपसौ, अपुट्ठ, अपूठ, अमेर-भेळव, अमेट, अर, अरप-अर्प+, अरबरा-अडवड+, अरस, अराड़, अरुगा, अरुर, अरूल, अरेर, 0अलूट-आळोट+, अलोप, अवगार, अवज्ज, अव, अवडेर, अह, अहटा, अहर, 0अहल, अहुट.
आँध, आँवड़, आँस, आज, 0आड़, 0आरोग-आरोग, आलुझ, आष, आस इचक, इठला
उँझ, उँडेर, उअ, उकच, उकठ, उकता, 0उकल, उकीर, उखट, उगच, उगद, उगसार, उघट, उघेल, उचल उचा, उच्छर, उछक, उछट, उछर, 0उजड, उजरा, उजास, उजिया, उजियार, उजेर, उज्जार, उझक, उझप, उझर, 0उझल, उटक, 0उठंग-उटंग; उडका, उडोक, उदक, उतरा-तर; उतला, उत्थव, उथल-ऊथल; उदंस, उदक, उदमद, उदमान, उदर, उदास, उदिया, उद्ध, उधर, उधरा, उधस, उधिया, उन, उनच, उनमान, उनर, उपड़ऊपड+, उपन, उपराह, उपव, उपसव, उपाठ, उपेख, उपै, उफड़, उम्र, उबक, उबल, 0उभाल, उभिट, उभच, 0उमड़-ऊमड तथा ऊमट; उमस, उमाक, उमेल, उयबा, 0उरक, उरग, उरधार, उरम, उरस, उरा, उराह, उरैंड, उलंग, 0उलट-ऊलट, उलथ-ऊथल; उलद, उलल,-उलळ; उलह, उलाल, उलीच-उलेच, डलेट, उमाल, उसे, उहट
0ऊंघ-ऊंघ, ऊ, ऊकट, ऊछज, ऊप, 0ऊभ, ऊल
ओक-ओक; ओगर-गाळ; 0ओट-ओट; ओड, 0ओढ़-ओढ़; ओदर, ओना, 0ओप-ओप, ओरा, ओलिया, ओसर, ओह
0औंध, औंज, औंड, औंद, औंधूर, औछा, औदक, औधार, और, औरस
कँख, कँजिया, ककोर, कचक-कचक+, कचर-कचर; कचा, कचिया, कटमटा, क्टूर, कट्ट, कह, कढरा, कतकता-कता; कटबा, बदरा, कन्नना, कना, कनिया, करोद, कर्रा-करडा; कलप-कळप; कलम, कल्ला, कल्हार, कवर, कसीट, कहल, किचड़ा, किर, किरिट, किरोल, किलबिला, कुँभिला, कुड़क, कुड़प, कुड़ेर, कुतकुता, कुतर-कोतर तथा खोतर; 0कुन, कुनकुना, कुम्हला-करमा, कुर, कुरला, कुरिआर, कुरिया, कुरेद, कुल, कूच, कूत, कूह, कोछ, काच-कोचकार-कारः काल, कालिया, ौध, कौर,
__ बँधिया, खस, खजोट, खंखोर-खंखोळ; खग, खचेर, खजबजा, खदेड-खदेड तथा खदड तथा खद; स्वमस, खरक, खरहर, खरिया, खरौंट, खला, खलिया, खस-वस+, खसोट, खाँच-खच, खांद, खाँध, खाँप, खिमिर, खिरिद, खिल-खील; खिव, खिसक-वस तथा खिस, खिसल, 0खींच-खिंच तथा खेच; खीस, खुट-खूट; खटक,
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org