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सगबगा अ. अनु. (दे. पृ. 251, मा. हि. को - 5) लथपथ होना; फुरती करना; दे. ' सकपका ' दे. साँच 3933
सचर अ. दे. ' संचर
3935
सचा स. ना. भव (साच संज्ञा; सं. सत्य संज्ञा; प्रा. सच्च; दे. इआले 13112) सच्चा कर दिखलाना. तुल. गुज. साच संज्ञा; साधुं विशे
3936
सज अ. ना. भव (स. सज्य विशे, प्रा. सज्जू, दे. इआले 13091) वस्त्राभूषण से अलंकृत होना; स. धारण करना. गुज. सज 3937 सट अ. देश. (अ. व्यु. दे. पृ. 142, हि. दे. श.) दो वस्तुओं का एक साथ लग जाना, निकट आना. गुज. सट 'फिसल जाना' 3938 सटक अ. देश. (* सट्ट दे. इआलें 13100 धीरे से खिसक जाना; स. नाज निकालने के लिए डाँठ पीटना, गुज. सटक 'लुप्त होना,
भाग जाना' 3939
सटका स. अनु. (दे. पृ. 255, मा. हि. को - 5 ) छड़ी, कोडे आदि से इस प्रकार मारना कि 'सट' शब्द हो; 'सटसट' करते हुए कोई क्रिया करना 3940
शब्द
सटकार स. दे. 'सटका' 3941
सटपटा अ. अनु. देश (अ. व्यु. दे. पृ. हि. दे. श. ) संकोच करना; 'सटपट' करना 3942
142,
शब्द
सठिया अ. ना. भव (साठ विशे; सं. षष्टि; प्रा. सट्ठी; दे. इआले 12804) साठ वर्ष की अवस्था का होना; वृद्ध होना 3943 सठोर स. अनु. ( बटोरना का अनु. दे. पृ. 257, मा. हि. को - 5 ) एकत्र करना 3944
सड़ अ. भव (सं. शद प्रा. सडू दे. इआले ★ 12268 ) किसी चीज़ का गलना, बुरी हालत में रहना. गुज. सड 3945
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* सतकार स. ना. सत्कार करना; 3946
सतरा अ. देश. (अ. व्यु. दे. पृ. 142, हि. दे. श. ) इठलानाः क्रुद्ध होना; स. चिढ़ाना 3947 *सत स. ना. अर्धसम (सं. संतर्पण संज्ञा ) भली-भाँति तृप्त करना. गुज. संतर्प 3948 सता अ. भव (सं सम् + तप्; प्रा. संतावू; दे. इआ 12886 ) कष्ट देना. गुज सताव 3949
*सतोख स. ना. अर्धसम (सं. संतोषण संज्ञा ) संतुष्ट करना; प्रसन्न करना. गुज. संतोष 3950
लगबगा
अर्धसम (सं. सत्कार संज्ञा ) इज्जत करना. गुज. सत्कार
सद् अ. भव (सं. स्यन्द्; प्रा. संदूः दे. इआले 13869) रसना; नाव के छेदों से पानी आना
3951
सदर्थ स. ना. सम (सं. सदर्थ संज्ञा ) समर्थन
करना, गुज. सदर्थ 'शुभ अर्थ 3952 सनक अ. ना भव ( सनक संज्ञा; सं. स्वन्; प्रा. सण; दे. इआले 13901) पागल होना; सर में शूल जगना. तुल. गुज. सणको संज्ञा
3953
सन किया अ. दे.
* सनमान स. ना.
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सनक' 3954
अर्धसम ( स सम्मान संज्ञा )
सम्मान करना. गुज. सन्मान 3955 सनसना अ. भव (सं. सम् + नद्ः दें. इआले 12972 तथा 13901) गतिशील पदार्थ में हवा लगने, चलने या पानी उबलने आदि से ' सन सन' शब्द उत्पन्न होना. गुज. सणसण 3956
सन्मान स. दे. ' सनमान 3957 सपच अ. दे. पूरा होना 3958
सपड़ अ. भव ( स सम् + पत्, प्रा. संपडू दे. इआले 12930) गिरना; फँसना गुज. सांपड प्राप्त होना; पैदा होना 3959
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