________________
१३३
हिन्दी-गुजरातो धातुकोश
भाँग के नशे में चूर होना; स. भाँग पिला- भक्ष स. सम (सं. भक्ष) भक्षण करना. गुज. कर नशे में चूर करना. तुल. गुज. भांग संज्ञा भक्ष 3296 3278
भख स. ना. भव (सं. भक्ष ; प्रा. भक्ख भैज अ. दे. 'भंग' 3279
संज्ञा; दे. इआले 8340) खाना, निगलना, भंड स. सम. (सं. भण्डू क्षति पहुँचानाः तुल. गुज. भक्ष्य संज्ञा; भक्ष 3297 ___ तोड़ना-फोडना 3280
भग अ. दे. 'भाग' 3298 भभर अ. देश. डरना 3281
भगर अ.देश, खत्ते में रखे हुए अनाज का भभा अ. देश. गौ-भैसों आदि का चिल्लाना,
गरमी पाकर सड़ने लगना 3299 रंभाना. गुज. भांभर 3282
भचक अ. अनु. लंाड़ाते हुए चलना; आश्चर्य भंभाड़ अ. देश. नोच-खसोट कर क्षत-विक्षत
में निमग्न रह जाना 3300 करना 5283
भज (1) स. सम (सं. भज) सेवा, भक्ति भंय अ. दे. 'भंव' 3234
करना: जपना, गुज. भज भंव अ. भव (सं. भ्रम्: प्रा. भम् ; दे. इआले 9648)
(2) अ. भव (सं. भज् ; दे. इआले घूमना. गुज. भम 'घूमना, भटकना' 3285 9 50.) भागना, पहुंचना 3301 भंस अ. भव तैरना, डूबना 3286
भटक (1) अ. देश. (*भट्ट; दे. इआलें 9365) भकट अ. दे. 'भकस' 3287
व्यथे घूमना, रास्ता भूलकर इधर उधर घूमना
गुज. भटक भकभका अ. अनु. (दे. पृ. 187, मा. हि. को
(2) अ. ना. भव (भ्रष्ट विशे; सं. भ्रष्ट; -4) भक-भक शब्द करके जलना, चमकना; स. जलाना, चमकाना. गुज. भभक 3288
प्रा. भट्ठ; दे. इआले 9655) घूमना 3302 भकस अ. अनु. (दे. पृ. 187, मा. हि. को-4)
__ भठिया अ. ना. देश. समुद्र में भाटा आना
3303 खाद्य पदार्थ का अधिक समय तक पड़े रहने के कारण खट्टा और बदबुदार हो जाना भड़क अ. देश. (* भट; दे. इआले 9363) 3289 .
प्रज्वलित होना; क्रुद्ध होना. गुज. भड़क 'सहम भकसा अ. दें. 'भकस' 3290
उठना' 3304 भकुआ अ. ना. भव (सं. भकुआ संज्ञा; सं. भडभड़ा स. अनु. 'भड़भड़' आवाज़ पैदा करना;
भेक संज्ञा; प्रा. भेग, दे. इआले 9600) अ. 'भड़भड़' आवाज़ होना 3305 मूर्ख बनना; स. किसीको मूर्ख बनाना 3291 भडाल स. देश. रहस्य प्रकट कर देना 3306 भकुड़ा स. ना. देश. (भकुड़ा संज्ञा) लोहे के
*भण अ. भव (सं. भण् ; प्रा. भण् ; दे. गज से तोप के मुँह में बत्ती भरना 3292
इआले 9383) कहना. गुज. भण 'कहना,
पढ़ना' 3307 भकर अ. देश. नाराज होना; क्षुब्ध होकर मुँह भणक अ. दे. 'भनक' 3308 डाल देना 3293
*भन अ. भव (सं. भन् ; प्रा. भण् ; दे. इआले भकुवा अ. दे. 'भकुआ' 3294
9383) दे. 'भण' 3309 भकोस स. देश. भक्षण करना; हँसना 3295 *भनंक अ. दे. 'भनक' 3310
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org