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फाल्फा अभवः (सं. स्फर प्रा. फलक्किद विशेः के इआलें 13820) फड़फड़ाना. गुज़. फरफर, फटका: 2886.
फरमा स. ना. वि. (फ़र्मान संज्ञा: फा. ) कहना, आशा करना, मुजः फरमान 2887
फरहर अ. अनु. भव सं. फरह ; प्रा. फरहर् ; दे. पृ, 621, पा. स. म. ) फरफराना, फहराना गुज, फरहर 2888
फरिया स. देश. चावल आदि का कचरा धोकर साफ करना, निर्णय करना अ. साफ होना; निर्णीत होना 2889
फर्मा, स. दे. ' फरमा' 2890 फलंग अ. दे. 'फलाँग ' 2891
अ. भव (सं. फळ प्रा. फल; दे. इआले 9957 ) ( पेड़ में ) फल आना, फल होना, सुन. फळ- 2892
फलक अ. अनु. ( दे. पृ. 12, मा. हि. को - 4) बालकना, उमगला; दे. ' फड़क 2893
पालोग अ ना. देश. ( फलाँग संज्ञा ) फलाँग भरना, फाँदना, तुल. गुज. फलंग संज्ञा 2894
फलक अ. अनु. देश. (* फरस दे. इआलें 9068) मसकना; धँसना, गुज. फसक 2895 फहर. अ. दे. 'फहरा 2896
फक्त अ अनु, हवा में हिलना, लहराना स. किसी चीज़ को इस तरह खड़ा करना कि हवा में हिले - लहराये 2897
फाँक स. देश. (* फक्क दे, इआले 9034 )
चूर या दाने की शक्लवाली चीज़ को, हाथ को हो से सदाये बिना मुँह में डाल देना : का मारना. गुज, फाक 2898
फाँट स. दे. 'बाँट' 2899
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फरफरा
फाँद अ. भव ( सं. स्पन्द् प्रा. फँदू दे. इआले.
13806 ) उछलना; स. कूदकर लाँघना 2900 फाँप सः देश. (* प्र + स्फा दे. इआले 8879 तथा 9066 ) फूलना 2901
फाँस स. अर्धसम ( स स्पशः दे. इआले. 13814 ) फंदे में कसना; दाँव-पेच में बाँधना. गुज, फाँस: 2902
फाट अ दे. 'फट 2903
फाड़ स. भव (सं. स्फटू; प्रा. फाड् ; दे. इआले 13825) चीरना; टुकड़े करना; गुज. फाड 2904
फारस. दे. 'फाँद' (रुई) धुनना, किसी काम को शुरू करना 2905 फार स. दे. 'फाड़ 2906
फाल भव ( सं. स्फलू दे. इआले 13822) कूदना 2907
;
फिकर अ. दे. 'फेंकर 2908
फिट अ. भव (सं) स्फिट् प्रा. फिट्ट के इआले 13838) पिटकर एक होना, गुज. फीट टहलना, शिथिल होना' तुल. गुज. फेड 'दूर
,
करना 2909
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फिर अ. देश. (* फिर्; फिर्; दे. इआले 9078) कभी इधर, कभी उधर जाना; लौटना, मुज. फर- 2910
फिरक अ. दे. ' फिर फिरकी की तरह घूमना; थिरकना 2911
फिस फिसा अ. अनु. देश. (दे. पृ. 137, दे. श. को. ) फिस होना; ढीला हो जाना 2912 फिसल अ. ना. भव (सं. पिच्छल विशे; प्रा.
पिच्छल; दे. इआले 8152 तथा 8080 ) चिकनाई की अधिकता से पाँव का न टिकना; चूकना 2913
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