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आचार्य श्री देशभूषण जी महाराज
शांतिगिरी जनवरी ७, १९८५
मंगल आशीर्वाद
अहिंसा इन्टरनेशनल संस्था की भोर से जैन दर्शन, जैन साहित्य एवं संस्कृति, अहिंसा, शाकाहार, नैतिक जीवन, विश्व शान्ति के महान संकल्पों की सफलता के लिए तथा जागतिक जैन संस्कृति के पुनरुत्थान एवं प्रभावना हेतु महन्मंगल शुभाशीर्वाद ।
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