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झांकियां भी प्रदर्शित की गई। भगवान महावीर महावीर स्मारिका विकलांग सहायता समिति श्री पार्श्वनाथ नवयुवक
. गत वर्ष से स्मारिका का सम्पादन श्री ज्ञानचन्द मण्डल से बापू नगर, प्रादर्श नगर जैन समाज,
बिल्टीवाला के प्रधान सम्पादकत्व में ही हो रहा तथा जवाहर नगर जैन समाज द्वारा प्रस्तुत झांकियां आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहीं।
विशेष व्याख्यानों का आयोजन सार्वजनिक सभा :
जुलाई 1980 में तत्वज्ञान निधि बालब्रह्ममनि श्री मल्लिसागर जी महाराज एवं चारिणी कुमारी कौशल जी का दिगम्बर जैन साध्वीजी श्री मणिप्रभाजी की निश्रा में सार्वजनिक मन्दिर जी ठोलियान में प्रवचनों का प्रायोजन सभा का आयोजन किया गया। सभा के विशिष्ठ किया गया। अतिथि श्री जगन्नाथजी पहाड़िया, केन्द्रीय वित्तराज्य मंत्री थे तथा विकास आयुक्त श्री डी. प्रार.
सेवा काय मेहता ने सभा की अध्यक्षता की। माननीय गयाजी से भगवान बाहवली महामस्तकाभिषेक न्यायाधीश, राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर की जा रही एक यात्री बस जयपुर-अजमेर मार्ग खण्ड पीठ श्री दरेन्द्र मोहन कासलीवाल द्वारा
भयंकर दुर्घटना ग्रस्त हो जाने पर 5 यात्रियों की झण्डा रोहण किया गया ।
दुर्घटनास्थल पर मृत्यु हो गई तथा बैठे सभी इसी दिन सायंकाल एक वहत सांस्कृतिक यात्री घायल हो गये कुछने तो गम्भीर रूप से.
जिन्हें अस्पताल में लाया गया। घायलों की पूरी समारोह के कार्यक्रम का आयोजन श्री एन. के.
सेवा-सुश्रूषा की गई। इस कार्य में सर्ग श्री सेठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। महावीर दिगम्बर जैन उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र
ज्ञानचन्द जी खिन्दुका, सुमेरकुमार जी जैन, रमेश
चन्द जी गंगवाल, श्री एवं श्रीमती सुशीलकुमार छात्राओं का प्रदर्शन सराहनीय रहा। जुलूस,
जी वेद, बलभद्रकुमार जी, श्रीमती राजकाला झांकी एवं नाटिकाओं के प्रशंसनीय कार्य के फलस्वरूप एक विशिष्ठ शील्ड जो स्व. श्री सूरज
डा. हुकमचन्द जी सेठी, ताराचन्द ठोलिया
प्रकाशचन्द लुहाडिया आदि ने जो परिश्रम किया नारायण जी सेठी की पुण्य स्मृति में उनके
है वह सदैव प्रशंसनीय रहेगा। सभा इनकी परिवारजनों की ओर से राजस्थान जैन सभा को
आभारी है। दी गई थी, वह प्रथम बार श्री महावीर दिगम्बर जैन उच्च मा. विद्यालय, जयपुर ने प्राप्त की। सामाजिक प्रवत्तियां
महावीर निर्वाण महोत्सव
जैन सभा की गतिविधियां केवल समारोह
प्रायोजन तक ही सीमित नही । जनगणना में जैन भगवान महावीर के उपदेशों के प्रचार एवं प्रसार के उद्देश्य से इस समारोह का आयोजन
सम्प्रदायों को जैन ही लिखवाने, नये-नये नियमों, दीपमालिका के दूसरे दिन की संध्या में बड़े दीवान।
आदेशों से जैन समाज को अवगत कराते रहने के
क्षेत्र में काफी महथ्वपूर्ण कार्य किया है। जी के मन्दिर में प्राध्यात्मिक प्रवक्ता डा. हकमचन्द जी भारिल्ल की अध्यक्षता में प्रायोजित इसके अतिरिक्त समाज के लोगों को उनके किया गया।
द्वारा बिशेष कार्य सम्पादन करने, विशेश यात्रा से
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