________________
पूर्ववाक्
प्रस्तुत ग्रन्थ
यह ग्रन्थ 'क्रियासंग्रह' क्रियातन्त्र का प्रामाणिक ग्रन्थ है। इसके एक अंश ‘देवतायोग' का ही यहाँ प्रकाशन किया गया है। इस तरह यह अपूर्ण रूप में प्रकाशित है। श्री हितोशी इनोई ने इसका सम्पादन किया था और रोमन अक्षरों में इसका जापान से प्रकाशन हुआ था। भारतीय जिज्ञासुओं के हित की दृष्टि से इसका यहाँ देवनागरी में लिप्यन्तरण प्रकाशित किया गया है। आशा है इससे तन्त्रसम्बन्धी जानकारी में अभिवृद्धि होगी।
सम्पादक
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org