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63. पंचास्तिकाय बालावबोधा 64. पद संग्रह-बनारसीदास 65. पद्मपुराण भाषा-खुशाल कवि 66. पद्मावती पूजा 67. परमार्थ वचनिका 68. पार्श्वनाय पुराण भाषा-भूधर 69 पार्श्वनाथ पूजापद्धत्ति-बनारसीदास 70. पुण्याश्रव कथा बाल वबोध : दौलतराम 71. पुरुष लक्षण-बनारसीदास 72. पूजाष्टक , 73. प्रश्नोत्तरी नाममाला ,, 74. प्रश्नोत्तरी-सकलकीनि 75. तकी मोहम्मदखां छन्द-बनारसीदास 76. बाक्न -बनारसीदास
90. शिव पच्चीसी 91. शील सुदर्शन रास ---बनारसीदास 92. षट् दर्शनाष्टक 93. समयसार नाटक 94. सुमति देवी शतक । 95. साधु वन्दना 96. सिन्दूर प्रकर मुक्तावलि , 97. सामायिक प्रकरण 98. समाधि तन्त्र बालावबोध भाषा-पर्वत धर्मार्थी 99. सिद्ध केवली 100. सिद्ध मन्त्रादिक संग्रह 101. सीता चरित्र-बालक कवि 102. यात्रा प्रकाश-राघव सरावगी 103. रयण सार-कुन्दकुन्दाचार्य 104. वात चंदकंवर चौपई-छोहल 105. विनती के पद 106. षट् कर्मोपदेश माला सटीक
- सकल भूषण प्राचार्य
-लालचन्द, 107. श्रावकातिचार 108. श्रावकानुष्ठान विधि 109 श्रीपाल रास ! 10. हनुमत्कथा-ब्र. रायमल्ल 111. हरिवंश पुराण भाषा-खुशाल कवि 112. हरिवश स्वामी रास 113. पद संग्रह = 115,-स्फुट-पढ़ाईद्वीपनक्श? 114. विनती संग्रह
77. भक्तामर स्तोत्र भाषा-हेमराज 78. भक्तामर स्तोत्र भाषा-बनारसीदास 79. , , , टीकाराम वचनिका 80. भवसिन्धु चतुर्दशी - बनारसीदास, 81. मनका प्यारा गीत-, 82. मार्गणा विधान 83. मिथ्या वागी 84. मोख पड़ी 85. वाराणसी विलास . " 86. व्रत कथा कोष-श्रुतसागर सूरि 87. शालिभद्र चरित्र सतसई 88. शान्तिनाथ छन्द-बनारसीदास 89. शारदाष्टक
उक्त सूची में कतिपय 'रचनाएं जैन रचनाएं न लगें ।' परन्तु प्रसिद्ध जैन कवियों की होने से उन्हें सम्मिलित किया गया है । सूची में115 तो रचनाएं है-उनमें कई रचनात्रों की अनेकों प्रतियां भी मिलती हैं जैसे-छीहल कविकृत दूहा पंचसहेलीरा, बनारसीदास का समयसार नाटक, भक्तामर स्तोत्र भाषा, पद्मपुराण भाषा, अध्यात्मक प्रकाश आदि । इस दृष्टि से पोथीखाने के खास मोहर संग्रह 1 में बैन पाण्डुलिपियों की संख्या-संस्कृत एवं भाषा की कुल 300 से अधिक हैं। इनमें सर्वाधिक रचनाए कविवर बनारसीदास द्वारा रचित हैं । उनकी 50 रचनाएं इस संग्रह में मिलती हैं ।
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महावीर जयन्ती स्मारिका 78
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