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रत्नत्रय का अपूर्व संगम
हस्तिनापुर के रत्नत्रय निलय में श्री जी का अभिषेक देखती हुई संघ सहित पूज्य ज्ञानमती माताजी। अभिषेक कर रहे हैं—ब्र. श्री रवीन्द्र कुमार जी एवं दरियाबाद उ.प्र. से आये हुए धनंजय कुमार तथा बालिका दीपा जैन '
गणिनी आर्यिकाश्री से आशीर्वाद ग्रहण करती हुई आर्यिका श्री अभयमती माताजी।
प्रातःकालीन धवलाग्रंथ का स्वाध्याय कराती हुई पूज्य माताजी
वर्तमान संघस्थ शिष्यों के साथ गणिनी आर्यिका श्री। पीछे खड़े हैं—ब. श्री रवीन्द्र कुमार जी एवं ब्र, कु. आस्था एवं बीना जैन।
पू. आर्यिका श्री ज्ञानमती माताजी, आर्यिका श्री अभयमती माताजी एवं श्री चंदनामती माताजी के साथ/गृहस्थाश्रम की ये तीनों बहनें तो रत्नत्रय का संगम दर्शा रही हैं।
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