SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 227
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ DSP SEENERate GALLECTOEM मई, १९८७ में जम्बूद्वीप स्थल पर पूज्य गणधराचार्य श्री कुंथुसागर जी महाराज एवं पूज्य श्री ज्ञानमती माताजी ससंघ । आचार्य श्री के दाहिनी ओर हैं आचार्य श्री सुधर्मसागर जी महाराज एवं बाई ओर संघस्थ उपाध्याय श्री कनकनंदी जी महाराज। मतीमारीका दिवा १५ अक्टूबर, १९८९ को जम्बूद्वीप स्थल पर संघस्थ ब्र, श्यामाबाई को क्षु. दीक्षा प्रदान करती हुई पूज्य माताजी। दीक्षा के पश्चात् इनका नाम रखा गया क्षुल्लिका श्रद्धामती माताजी। २७ अप्रैल, १९९० को जम्बूद्वीप स्थल पर पंचकल्याणक महोत्सव के प्रारंभ में झण्डारोहण के लिए सर्वाणयक्ष को मस्तक पर ले जाते हुए श्री कमलचंद जी जैन २७ अप्रैल, १९९० को झण्डारोहण करते हुए श्री कमलचंद जैन, सपत्नीक। क्षुल्लिका श्रद्धामती जी की दीक्षा के अवसर पर पूज्य माताजी को कमंडलु प्रदान करते हए श्री अनंतवीर्य जैन एवं श्रीमती आदर्श जैन, हस्तिनापुर । Jain Educationa international For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012075
Book TitleAryikaratna Gyanmati Abhivandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Jain
PublisherDigambar Jain Trilok Shodh Sansthan
Publication Year1992
Total Pages822
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size26 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy