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श्री अभिधानराजेन्द्र कोशाधनेक ग्रन्थ प्रणेता
परम योगी परमज्ञानी
प्रीमनहारका
दुसरिजी॥
सरस्वतीपुत्र - प्रातः स्मरणीय - प्रभु . श्रीमद्विजयराजेन्द्र सूरीश्वरजी महाराज।
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