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________________ श्री यतीन्द्रसूरि अभिनंदन ग्रंथ विविध D १३ वीं शताब्दी गुणवर्णन जिनवल्लभसूरि - सं. १२४५ के लगभग नेमिचंद्र गुणवर्णन भंडारी धवलगीत जिनपतिसूरि- सं. १२७८ शाहरयण धवलगीत जिनपतिसूरि सं. १२७८ के लगभग भत्तउ - धवलगीत दोहा मातृका दोहा सं. १३०० के लगभग पृथ्वीचंद संधि भावना संधि सं. १३०० के लगमग जयदेव वस्तु जम्बूस्वामी सत्कवस्तु सं. १३०० के आसपास अज्ञात (?) १४ वीं शताब्दी रास * महावीररास सं. १३०७ अभयतिलक सप्तक्षेत्रीरास सं. १३२७ अज्ञात (?) शांतिनाथदेवरास सं. १३१२ लक्ष्मीतिलक शाळिभद्रमुनिवररास सं. १३३० राजतिळकगणि जिनेश्वरसूरि-विवाहवर्णन रास सं. १३३१ के बाद सोममूर्ति वारव्रतरास सं. १३३८ विनयचंदसूरि कच्छूलीरास सं. १३६३ के आसपास प्रशातिळक सूरिशिष्य वीस विहरमानरास सं. १३६८ वस्तिग श्रावकविधिरास सं. १३७१ गुणाकरसूरि समरारास सं. १३७१ आसपास अम्बदेवसूरि जिनचंदसूरिवर्णनरास सं. १३७१-के लगभग __ लखमसीहु श्रावक जिनकुशळसूरि पट्टाभिषेकरास सं. १३७७ के आसपास धर्मकळश मयणरेहारास सं. १३८० आसपास रयणु (?) जिनपद्मसूरिपट्टाभिषेक रास सं. १३९० आसपास सारमूर्ति चतुष्पदिका नेमिनाथचतुष्पदिका सं. १३२५ विनयसरि ___यचउपई चतुर्विंशतिजिन चतुष्पदिका सं. १४०० के पूर्व मोदमंदिर Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012074
Book TitleYatindrasuri Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKalyanvijay Gani
PublisherSaudharmbruhat Tapagacchiya Shwetambar Shree Sangh
Publication Year
Total Pages502
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size14 MB
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