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________________ रानी विषय-सूची के २ ॥ ૨૭– વિરલવિભૂતિ સૂરિ રાજેન્દ્રને વંદના મુનિશ્રી જયંતવિજયજી २६ 卐 Englishy १८-10 RajendraSuri The Reviver. Shri Kundanmal Dangi २८ व्यक्तित्व और साहित्यिक जीवन 卐 हिन्दी 卐 १९-१ श्री अभिधान राजेन्द्रकोश और उसके कर्ता श्री राजमल लोढ़ा, मंदसौर ३१ २०-२ श्री गुरुदेव के चमत्कारी संस्मरण व्या. वा. श्रीमद्विजययतीन्द्रसूरिजी म० ५९ २१-३ गुरुदेव की विशेषता मुनिश्री लक्ष्मीविजयजी म० ६ ७ २२-४ गुरुदेव की योगसिद्धि , हर्षविजयजी म. ६९ २३-५ अध्यात्मवादी कवि श्रीमद् राजेन्द्रसूरि , विद्याविजयजी 'पथिक' ७१ २४-६ मरुधर और मालवे के पांच तीर्थ , देवेन्द्रविजयजी · साहित्यप्रेमी' ७७ २५-७ गुरुदेव-साहित्य-परिचय , जयप्रभविजयजी २६-८ सच्चा रहबर मुनशी फतह महम्मदखाँ वकील, निंबाहेड़ा (राज.) ९५ २७-९ प्रातःस्मरणीय सत्पुरुष और हमारा कर्तव्य श्री सूरजचंद सत्यप्रेमी (डाँगी) ९७ २८-१० श्रीमद्राजेन्द्रमूरिः एक महान् साहित्य-सेवी श्री सौभाग्यसिंह गोखरू ९९ २९-११ युगप्रवर्तक श्री राजेन्द्रसूरिजी श्री निहालचंद फोजमलजी जैन, खुडाला १०२ ३०-१२ गुरुदेवरचित सिद्धहैम प्राकृतटीका साध्वीजी श्री हेतश्रीजी ३१-१३ दिशापरिवर्तन __, उत्तमश्रीजी १०९ ३२-१४ सत्यमार्गदर्शन मुक्तिश्रीजी ११४ ३३-१५ गुरुदेव के जीवनका विहंगावलोकन महिमाश्रीजी ३४-१६ गुरुदेव पुष्पाश्रीजी १२५ ३५-१७ गुरुदेवद्वारा कृत प्रतिष्ठायें , महेन्द्रश्रीजी १२७ ३६-१८ उपकारी गुरुदेवश्री राजेन्द्रसूरिजी महाराज श्री वालचंद जैन ' साहित्यरत्न' १३२ ३७-१९ सरस्वतीपुत्र श्रीमद् विजयराजेन्द्रसूरि दौलतसिंह लोढ़ा 'अरविंद' बी. ए. १३५ ३८-२० श्री सौधर्मबृहत्तपागच्छीय गुर्वावली मुनिश्री देवेन्द्रविजयजी १४४ + भूई २ . ૩૨-૨૨ શ્રી અભિધાન રાજેન્દ્રકષ સંસ્તવ મુનિશ્રી યશોવિજયજી, અમદાવાદ શહ૪ ११९
SR No.012068
Book TitleRajendrasuri Smarak Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorYatindrasuri
PublisherSaudharmbruhat Tapagacchiya Shwetambar Shree Sangh
Publication Year1957
Total Pages986
LanguageEnglish, Hindi
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size26 MB
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