SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 126
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ आचार्य हरिभद्र और उनका योग ८७ सन्दर्भ २४. वही, ३६ २५. वही, १५ १. पातंजलयोगदर्शन, व्या. डॉ. सुरेश श्रीवास्तव, प्रकाशक-चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन, वाराणसी, १९९३, १/२ २६. वही, २७ २. योगशतक, संपा० डॉ० इन्दुकला हीराचन्द झावेरी, प्रका० गुजरात २७. योगबिन्दु, श्रीहरिभद्र सूरि ग्रंथ संग्रह, प्रका० श्री जैन ग्रन्थ प्रकाशक विधान सभा भद्र, अहमदाबाद, १९५९, २२ । सभा, श्री राजनगर, वि० सं० १९९५, ३५२-३५७ ३. योगशतक, संपा० डॉ० इन्दुकला हीराचन्द झावेरी, प्रका० गुजरात २८. योगशतक, संपा० डॉ० इन्दुकला हीराचन्द झावेरी, प्रका० गुजरात विधान सभा भद्र, अहमदाबाद, १९५९, २४, २५, २७, २९ विधान सभा भद्र, अहमदाबाद, १९५९, २/३ ४. 'मोक्खेनजोयणाओजोगो' योगविंशिका, संपा०- यशोवजिय प्रका०-' २९. योगबिन्दु, श्रीहरिभद्र सूरि ग्रंथ संग्रह, प्रका० श्री जैन ग्रन्थ प्रकाशक जैनग्रंथ प्रकाशक सभा, राजनगर, वि० सं० १९९७, गा.१ । सभा, श्री राजनगर, वि० सं० १९९५,३७५ ३०. योगदृष्टिसमुच्चय, श्रीहरिभद्र सूरि ग्रंथ संग्रह, प्रका० श्री जैन ग्रन्थ ५. योगबिन्दु, ३१, श्रीहरिभद्र सूरि ग्रंथ संग्रह, प्रका०- श्री जैन ग्रन्थ प्रकाशक सभा, श्री राजनगर, वि० सं० १९९५, १७ प्रकाशक सभा, श्री राजनगर, वि० सं० १९९५, ३१ ६. उपाध्यायअमरमुनिजी लेख 'जैन योग एक परिशीलन' ३१. वही, २५ ३२. पातंजलयोगदर्शन, व्याख्यान- डॉ० सुरेश श्रीवास्तव, प्रका० चौखम्बा ७. योगदृष्टिसमुच्चय, श्रीहरिभद्र सूरि ग्रंथ संग्रह, प्रका० श्री जैन ग्रन्थ प्रकाशक सभा, श्री राजनगर, वि० सं० १९९५,३,४,५, । सुरभारती प्रकाशन, वाराणसी, १९९३, २/३० योगशतक, संपा० डॉ० इन्दुकला हीराचन्द झावेरी, प्रका० गुजरात ३३. योगदृष्टिसमुच्चय, श्री हरिभद्र सूरि ग्रन्थ संग्रह, प्रकाशन - श्री जैनग्रंथ प्रकाशन सभा, श्री राजनगर वि० सं० १९९५, ४३,४४ विधान सभा भद्र, अहमदाबाद, १९५९, २५ । ३४. पातंजलयोगदर्शन, व्याख्यान- डॉ० सुरेश श्रीवास्तव, प्रका० ९. वही, ५२ १०. वही, ४७ ." चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन, वाराणसी, १९९३, २/३२ . ३५. योगदृष्टिसमुच्चय, श्री हरिभद्र सूरि ग्रन्थ संग्रह, प्रकाशन - श्री ११. योगदृष्टिसमुच्चय, सीहरिभद्र सूरि ग्रंथ संग्रह, प्रका० श्री जैन ग्रन्थ २ प्रकाशक सभा, श्री राजनगर, वि० सं० १९९५, २३,२६, __ जैनग्रंथ प्रकाशन सभा, श्री राजनगर वि० सं० १९९५, ४९-५० ३६. पातंजलयोगदर्शन, व्याख्यान- डॉ० सुरेश श्रीवास्तव, प्रका० २७, २८,। चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन, वाराणसी, १९९३, २/४६ १२. वही, २१०, २११ ३७. योगदृष्टिसमुच्चय, श्री हरिभद्र सूरि ग्रन्थ संग्रह, प्रकाशन - श्री १३. वही, जैनग्रंथ प्रकाशन सभा, श्री राजनगर वि० सं० १९९५, ५७,५८ १४. वही, २१०, २१२ ३८. पातंजलयोगदर्शन, व्याख्यान- डॉ० सुरेश श्रीवास्तव, प्रका० १५. योगशतक, संपा० डॉ० इन्दुकला हीराचन्द झावेरी, प्रका० गुजरात . विधान सभा भद्र, अहमदाबाद, १९५९, ८४,८६ चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन, वाराणसी, १९९३, २/४९ । १६. वही, गा. ९ ३९. योगदृष्टिसमुच्चय, श्री हरिभद्र सूरि ग्रन्थ संग्रह, प्रकाशन - श्री १७. योगबिन्दु, श्रीहरिभद्र सूरि ग्रंथ संग्रह, प्रका० श्री जैन ग्रन्थ . जैनग्रंथ प्रकाशन सभा, श्री राजनगर वि० सं० १९९५, १५६ ४०. पातंजलयोगदर्शन, व्याख्यान- डॉ० सुरेश श्रीवास्तव, प्रका० प्रकाशक सभा, श्री राजनगर, वि० सं० १९९५, ८४, ८६ चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन, वाराणसी, १९९३, १२/५४ १८. योगदृष्टिसमुच्चय, श्रीहरिभद्र सूरि ग्रंथ संग्रह, प्रका० श्री जैन ग्रन्थ ४१. योगदृष्टिसमुच्चय, श्री हरिभद्र सूरि ग्रन्थ संग्रह, प्रकाशन - श्री प्रकाशक सभा, श्री राजनगर, वि० सं० १९९५,४० जैनग्रंथ प्रकाशन सभा, श्री राजनगर वि० सं० १९९५, १९. वही, ७२,७९ २०. योगबिन्दु, श्रीहरिभद्र सूरि ग्रंथ संग्रह, प्रका० श्री जैन ग्रन्थ प्रकाशक १६२-१६९ "" ४२. पातंजलयोगदर्शन, व्याख्यान- डॉ० सुरेश श्रीवास्तव, प्रका० सभा, श्री राजनगर, वि० सं० १९९५, १७८ २१. योगशतक,संपा० डॉ० इन्दुकला हीराचन्द झावेरी, प्रका० गुजरात चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन, वाराणसी, १९९३, १९५९,३/१ विधान सभा भद्र, अहमदाबाद, १९५९, १३, योगबिन्दु, श्रीहरिभद्र ४३. योगदृष्टिसमुच्चय, श्री हरिभद्र सूरि ग्रन्थ संग्रह, प्रकाशन - श्री जैनग्रंथ प्रकाशन सभा, श्री राजनगर वि० सं० १९९५, सूरि ग्रंथ संग्रह, प्रका० श्री जैन ग्रन्थ प्रकाशक सभा, श्री राजनगर, वि० सं० १९९५, २०३-५ १७०-१७१ ४४. पातंजलयोगदर्शन, व्याख्यान- डॉ० सुरेश श्रीवास्तव, प्रका० २२. वही, २५ २३. वही, १४ चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन, वाराणसी, १९९३, ३/२ ४५. योगदृष्टिसमुच्चय, श्री हरिभद्र सूरि ग्रन्थ संग्रह, प्रकाशन - श्री Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012065
Book TitleBhupendranath Jain Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagarmal Jain
PublisherParshwanath Shodhpith Varanasi
Publication Year1998
Total Pages306
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy