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कोयम्बटूर में विजय वल्लभ रथयात्रा का भावभीना स्वागत
यात्रा
दिनांक 14.03.2004 सायं 6 बजे कोयम्बटूर पहुंचने पर पूरे श्रीसंघ द्वारा विजय वल्लभ रथयात्रा का भावभीना स्वागत किया गया। शोभा यात्रा लक्ष्मी मिल से बैंड-बाजे के साथ समैया शुरू हुई। रास्ते में कई परिवारों ने गंहुलियां की। विभिन्न बाजारों से होती हुई, जिन मन्दिरों के दर्शन-वंदन करते हुए रथयात्रा श्री राजस्थान जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के तत्वावधान में श्री सुपार्श्वनाथ जैन मन्दिर में पहुंची। उपाश्रय में रात्रि में गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया, संचालन श्री महावीर जी ने किया, गुरुवर की. जीवन झांकी पर प्रकाश डाला। सुश्रावक श्री हंसमुख भाई ने गुरुवर की यशोगाथा का गुणगान किया। सुश्रावक श्री चम्पालाल जी बाफना ने सुमधुर भजन गाया"जैन जाति का वल्लभ एक स्तम्भ था, इस युग का वल्लभ महासंत था।"
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विजय वल्लभ संस्मरण-संकलन स्मारिका
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