________________
कर्मवीर व्यक्ति
- हनुतमल बांठिया, कलकता अध्यक्ष, श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी विद्यालय
भाईजी श्री मोहनलालजी बांठिया से मेरा निकट का संबंध बराबर रहा था। वे कर्मवीर व्यक्ति थे। उन्होंने अपना कैरियर अपने बलबूते पर बनाया। वे आजन्म कई सामाजिक एवं शिक्षण संस्थाओं से जुड़े रहे। वे अनुशासनप्रिय तथा स्पष्ट वक्ता थे। ओसवाल नवयुवक समिति की तरफ से बहुत पहले मासिक पत्रिका 'ओसवाल नवयुवक' प्रकाशित होती थी। उसमें वे मोहनलाल बांठिया 'चंचल' के नाम से लेख लिखते थे। मैं बहुत छोटा था और श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी विद्यालय, जो उस समय १५६ हरीसन रोड में था, पढ़ता था। उस समय भाईजी श्री मोहनलालजी बांठिया कुछ महिने तक मेरे अध्यापक रहे थे।
भाईजी तेरापंथी संघ तथा संघपति के प्रति आजन्म पूर्ण रूप से निष्ठावान रहे। श्री तेरापंथी इतिहास में उनका नाम हमेशा एक समर्पित श्रावक के रूप में लिखा जायेगा।
Jain Education International 2010_03
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org