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________________ नशा सब बुराइयों की जड़ है नशाखोर ● परिवार के लिए दुःख का कारण है। . समाज के लिए कलंक का विषय है। . राष्ट्र के लिए अनुपयोगी व भारस्वरूप है। इसीलिए भगवान महावीर ने नशे के विरुद्ध उद्घोष किया था। अतः भगवान महावीर स्वामी के २५००वें निर्वाण महोत्सव पर क्यों न हम मद्यत्याग का पवित्र संकल्प करें! , उत्तर प्रदेश में इस समय १-चरस, गांजा व अफीम के मादक पदार्थों का निषेध है। २-पौड़ीगढ़वाल, चमोली, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और टेहरीगढ़वाल के जिलों व हरिद्वार, ऋषिकेश तथा वृन्दावन के तीर्थस्थानों में कानूनन् मद्यनिषेध लागू है। ३-वर्ष में ५ राष्ट्रीय महत्व के दिनों के अतिरिक्त प्रत्येक सप्ताह में मंगलवार को आबकारी की दुकानें बन्द रखी जाने के आदेश हैं । मद्यनिषेद्य योजना को सफल बनाने व उसके लिए उपयुक्त वातावरण उत्पन्न करने के लिए जन-जन का सहयोग अपेक्षित है । मद्यनिषेध एवं समाजोत्थान विभाग उत्तर प्रदेश Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012057
Book TitleBhagavana Mahavira Smruti Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJyoti Prasad Jain
PublisherMahavir Nirvan Samiti Lakhnou
Publication Year1975
Total Pages516
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size16 MB
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