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वृषभनन्दि (ल० ९५०-७५ ई०) कर्मप्रकृति (प्रा.), कर्मस्तवन (सं०), कर्मस्वरूप वर्णन (क०) गुणभद्र
गुणभद्रसंहिता (सं०) सिद्धसेन
नीतिसारपुराण (सं०, १५६३०) सिंहनन्दि
अनुप्रेक्षा कथा (अप०) आत्मसम्बोधन (प्रा.) वीरभद्र (६५२ ई०)
आराधना पताका (प्र० ९९०, वि० सं० १००८) नेमिचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती (९५५-८५ ई०) गोम्मटसार जीवकाण्ड (७३३), कर्मकाण्ड (९७२), लब्धिसार,
त्रिलोकसार, कर्मप्रकृति, आस्रवत्रिभंगी, उदम्यत्रिभंगी, भाव
त्रिभंगी, प्रकृतिसमुत्कीर्तन, पंचसंसार, (सब-प्रा०) चामुण्डराय वीरमार्तण्ड
वीरमार्तण्डी टीका (क०), त्रिषष्टिलक्षण महापुराण या चामुण्डरायपुराण (क०), चारित्रसार (सं०),
भावनासारसंग्रह (सं०) पुष्पदन्त महाकवि (९५९-७४ ई०) तिसट्ठिमहापुरिसुणालंकारु-महापुराण (अप०, २००००),
णायकुमारचरिउ (अप०), जसहरचरिउ (अप०), कथामकरंद
(अप०), कोशग्रन्थ (?), शिवमहिम्नस्तोत्र (सं०) पोन्न (९६०-९० ई०)
शान्तिनाथपुराण (क०), जिनाक्षरमाले (क०) रन्न (९६०-९५ ई०)
अजितनाथपुराण या पुराणतिलक (क०), साहसभीमविजय
या गदायुद्ध (क०) चाणिक्यनन्दि महापंडित (९६५-१००० ई०) परीक्षामुखसूत्रम् (सं०) जयदेव (९६८ ई०)
नागकुमारकथा, छन्दशास्त्र, चन्द्रलोकालंकार (१६२४),
सब सं०। धनपाल धक्कड़, (ल० ९७० ई०) भविसयत्तकहा (अप०) वीरनन्दि (ल० ९७५ ई०)
सुकुमालचरित्र (प्रा.) मतिसागर ,
विद्यानुवाद मन्त्रशास्त्र (सं०) भूपालकवि गोल्लाचार्य (ल० ९७५ ई०) भूपालचतुर्विंशतिस्तोत्र (सं०) सिद्धसेन मुनि
चौबीस (तीर्थकर) ठाणा (प्रा०) भावसेन त्रैविद्य
शाकटायन शब्दानुशासनकी टीका, कातन्त्ररूपमाला या कातन्त्र,
लघुवृत्ति (३०००), विश्वतत्त्व प्रकाश, प्रमाप्रमेय-सब सं० माधवचन्द्र वैविध (ल० ९७५-१००० ई०) त्रिलोकसारकी टीका (सं०), क्षपणासार (सं.) नागवर्म
कर्णाटक कादम्बरी, नागवर्मनिघण्टु या अभिधानरत्नमाला,
भाषाभूषण, छन्दाम्बुधि (शक ९१२), (सब क०) कणिभेदय्यार
एलाति (त० ,नीतिकाव्य), तिर्णमालेनू रैम्बुतु (त०,शृंगारकाव्य) अमृतसागर
याप्परुंगलकारिक-वृत्तिसहित छन्दशास्त्र (त)
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